क्या तेलंगाना के सिंचाई विभाग के पूर्व इंजीनियर-इन-चीफ को आय से अधिक संपत्ति के मामले में गिरफ्तार किया गया?

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क्या तेलंगाना के सिंचाई विभाग के पूर्व इंजीनियर-इन-चीफ को आय से अधिक संपत्ति के मामले में गिरफ्तार किया गया?

सारांश

तेलंगाना में सिंचाई विभाग के पूर्व मुख्य अभियंता सी. मुरलीधर राव की गिरफ्तारी ने भ्रष्टाचार के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान को और मजबूती दी है। एसीबी ने राव के ठिकानों पर छापा मारकर करोड़ों की अवैध संपत्ति का खुलासा किया है। जानिए पूरी कहानी।

Key Takeaways

  • सी. मुरलीधर राव की गिरफ्तारी से पता चलता है कि एसीबी भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त है।
  • गिरफ्तारी का मामला कालेश्वरम परियोजना से जुड़ा हुआ है।
  • एसीबी ने 10 ठिकानों पर छापेमारी की और करोड़ों की संपत्ति जब्त की।
  • भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
  • यह कार्रवाई अन्य अधिकारियों के लिए चेतावनी है।

हैदराबाद, 15 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। तेलंगाना के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने मंगलवार को सिंचाई विभाग के पूर्व मुख्य अभियंता सी. मुरलीधर राव को आय से अधिक संपत्ति के मामले में गिरफ्तार किया।

यह गिरफ्तारी मंगलवार को हैदराबाद, करीमनगर और जहीराबाद में 10 ठिकानों पर तलाशी लेने के बाद की गई।

भ्रष्टाचार निरोधक एजेंसी ने राव, उनके परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों के घरों पर छापे मारे।

राव बीआरएस सरकार के शासनकाल में एक दशक तक मुख्य अभियंता के पद पर रहे। फरवरी 2024 में कालेश्वरम लिफ्ट सिंचाई परियोजना के एक हिस्से, मेदिगड्डा बैराज में खंभे डूबने की जांच के बाद उन्हें इस्तीफा देने के लिए कहा गया था।

राव 2013 में अविभाजित आंध्र प्रदेश से सेवानिवृत्त हुए थे, लेकिन उन्हें कई बार सेवा विस्तार मिला। एसीबी ने उनकी गिरफ्तारी कालेश्वरम परियोजना में कथित अनियमितताओं की जांच के दौरान की है।

भ्रष्टाचार निरोधक एजेंसी ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत एक मामला दर्ज किया है। आरोप है कि उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान आय से ज्यादा संपत्ति इकट्ठा की।

एसीबी ने मंगलवार सुबह हैदराबाद के बंजारा हिल्स में मुरलीधर राव के घर पर तलाशी ली। इसके बाद एसीबी के अधिकारियों ने उन्हें हिरासत में ले लिया। करीमनगर और जहीराबाद में उनके अन्य ठिकानों पर भी तलाशी ली गई।

एसीबी ने कथित तौर पर नकद, सोना, संपत्ति के कागजात और निवेश के रिकॉर्ड जब्त किए हैं। राव के पास कथित तौर पर करोड़ों रुपये की अवैध संपत्ति थी।

राव की गिरफ्तारी सिंचाई विभाग में भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रहे अभियान का हिस्सा है, खासकर उन अधिकारियों के खिलाफ जो कालेश्वरम परियोजना से जुड़े थे।

अप्रैल में एसीबी ने कालेश्वरम परियोजना से जुड़े पूर्व मुख्य अभियंता भूख्य हरि राम को उनकी आय से अधिक संपत्ति पाए जाने के बाद गिरफ्तार किया था।

यह गिरफ्तारी उनके घर और 13 अन्य जगहों पर छापेमारी के बाद हुई है। एसीबी को हैदराबाद और आसपास के इलाकों में आलीशान विला और शहर के पास कई जमीनें समेत कई संपत्तियां मिली हैं।

बताया जा रहा है कि एसीबी की छापेमारी कालेश्वरम परियोजना से जुड़ी राष्ट्रीय बांध सुरक्षा प्राधिकरण (एनडीएसए) की रिपोर्ट पर हुई थी। इस रिपोर्ट में परियोजना के डिजाइन, निर्माण और रखरखाव में गंभीर गलतियां पाई गई थीं।

कहा जाता है कि हरि राम ने इस परियोजना के निर्माण और कार्यान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

पिछले महीने, एसीबी ने सिंचाई विभाग के कार्यकारी अभियंता नुने श्रीधर को गिरफ्तार किया था। उन पर कथित रूप से भारी संपत्ति जमा करने का आरोप है। वे भी करोड़ों रुपये की कालेश्वरम परियोजना से जुड़े थे।

Point of View

यह स्पष्ट है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ चलाया गया अभियान देश के विकास के लिए आवश्यक है। एसीबी की कार्रवाई से यह संदेश जाता है कि भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, और यह एक मजबूत लोकतंत्र के लिए महत्वपूर्ण है।
NationPress
21/10/2025

Frequently Asked Questions

सी. मुरलीधर राव को क्यों गिरफ्तार किया गया?
उन्हें आय से अधिक संपत्ति मामले में गिरफ्तार किया गया है।
एसीबी ने कितने ठिकानों पर छापेमारी की?
एसीबी ने 10 ठिकानों पर छापेमारी की।
क्या राव ने पहले भी सेवा विस्तार लिया था?
हां, राव को कई बार सेवा विस्तार मिला।
इस मामले में एसीबी ने क्या जब्त किया?
एसीबी ने नकद, सोना, संपत्ति के कागजात और निवेश के रिकॉर्ड जब्त किए।
क्या यह गिरफ्तारी भ्रष्टाचार के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान का हिस्सा है?
जी हां, यह गिरफ्तारी भ्रष्टाचार के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान का एक हिस्सा है।