क्या राजस्थान के टोंक में विस्फोटक बरामद करने की बड़ी कार्रवाई हुई?
सारांश
Key Takeaways
- टोंक में डीएसटी की महत्वपूर्ण कार्रवाई।
- 150 किलो विस्फोटक सामग्री बरामद।
- दो आरोपियों की गिरफ्तारी।
- सुरक्षा के लिए गंभीर चिंता का विषय।
- जांच जारी है, और अधिक तथ्य सामने आ सकते हैं।
टोंक, 31 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। राजस्थान के टोंक जिले में डीएसटी की टीम ने एक महत्वपूर्ण कार्रवाई की है। पुलिस को यह जानकारी मिली थी कि बूंदी से टोंक की ओर एक वाहन में भारी मात्रा में विस्फोटक लाया जा रहा है। जैसे ही सूचना मिली, डीएसटी की टीम बरौनी थाना क्षेत्र में सक्रिय हो गई और वाहन को रोकते ही उसमें छिपी हुई विस्फोटक सामग्री बरामद कर ली।
गाड़ी में लगभग 150 किलो अमोनियम नाइट्रेट पाया गया, जिसे यूरिया के कट्टों में छुपाया गया था। इसके अतिरिक्त, 200 डेंजर एक्सप्लोसिव कार्ट्रिज और 6 बंडल फ्यूज वायर भी बरामद हुए। एक बंडल में करीब 183 मीटर वायर थी, और कुल मिलाकर 1100 मीटर वायर जब्त किया गया।
डीएसटी ने इस मामले में बूंदी जिले के दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है: पहला सुरेंद्र, भंवर लाल पटवा का बेटा, उम्र 48 साल और दूसरा सुरेंद्र मोची, दुलीलालजी का बेटा, उम्र 35 साल। दोनों ही बूंदी जिले के करबर थाना क्षेत्र के निवासी हैं।
सिटी सीओ टोंक मृत्युंजय मिश्रा ने बताया कि कार्रवाई बरौनी थाना क्षेत्र में की गई क्योंकि वहां सुरक्षित तरीके से गाड़ी को रोका जा सकता था। उन्होंने कहा कि जांच में यह स्पष्ट हुआ कि आरोपी विस्फोटक को बूंदी से टोंक लाने का प्रयास कर रहे थे। अब यह पता लगाया जा रहा है कि ये विस्फोटक कहाँ से आया, किसके पास जा रहा था और किस उद्देश्य के लिए इसका उपयोग होने वाला था।
उन्होंने बताया कि अमोनियम नाइट्रेट जैसे विस्फोटक का उपयोग किसी बड़े धमाके या अवैध गतिविधियों में किया जा सकता है। इसलिए डीएसटी टीम यह भी देख रही है कि कहीं यह किसी बड़ी साजिश या खनन कार्य के लिए तो नहीं लाया गया था। हाल ही में दिल्ली और अरावली में भी विस्फोटक सामग्री का उपयोग होने की घटनाएं सामने आई हैं, इसलिए इस मामले की जांच को गंभीरता से लिया जा रहा है।
सिटी सीओ ने कहा कि अनुसंधान अभी भी जारी है और जैसे ही और तथ्य सामने आएंगे, उन्हें जनता के साथ साझा किया जाएगा।