क्या उत्तराखंड के गुल्डी ग्राम में 50 से अधिक परिवारों के लिए 'सोलर पंपिंग पेयजल योजना' बनी जीवन रेखा?

सारांश
Key Takeaways
- गुल्डी गांव में सोलर पंपिंग पेयजल योजना का प्रभावी कार्यान्वयन।
- 55 परिवारों को लाभ पहुंचाने वाला एक महत्वपूर्ण पहल।
- जल जीवन मिशन का एक भाग।
- पानी की किल्लत से मुक्ति।
- ग्राम पंचायत द्वारा पंपिंग स्टेशन का रखरखाव।
टिहरी गढ़वाल, 18 जून (राष्ट्र प्रेस)। जल संरक्षण एवं संवर्द्धन के लिए 'जल जीवन मिशन कार्यक्रम' के अंतर्गत विकसित जनपद टिहरी गढ़वाल के विकासखंड चंबा स्थित गुल्डी गांव की 'सोलर पंपिंग पेयजल योजना' स्थानीय निवासियों के लिए अत्यंत लाभदायक साबित हो रही है। यह पेयजल योजना गुल्डी गांव के लगभग 55 परिवारों की लाइफलाइन के रूप में उभरी है।
केंद्र सरकार द्वारा हर घर में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के लक्ष्य से एक महत्वाकांक्षी 'जल जीवन मिशन योजना' की शुरुआत की गई है। इसके अंतर्गत गांवों में प्रत्येक परिवार को व्यक्तिगत घरेलू नल कनेक्शन के माध्यम से स्वच्छ एवं गुणवत्तापूर्ण पानी उपलब्ध कराया जाना है। इसी कड़ी में, टिहरी गढ़वाल में 44 लाख की लागत से सोलर पंपिंग पेयजल योजना के तहत पंपिंग स्टेशन का निर्माण किया गया है।
अधिशासी अभियंता पेयजल निगम चंबा, के.एन. सेमवाल ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "गुल्डी में ग्रेविटी का स्रोत न होने के कारण सोलर पंपिंग योजना बनाई गई। इसके अंतर्गत गांव के ऊपर एक टैंक स्थापित किया गया है, और नीचे जल स्रोत से पानी को टेप के माध्यम से पंपिंग के जरिए टैंक तक पहुंचाया जाता है। पेयजल टैंक की जलाशय क्षमता 30 हजार किलोलीटर है, जिससे लगभग 50 से 55 परिवारों को पेयजल की आपूर्ति हो रही है।" उन्होंने बताया कि पंपिंग स्टेशन का रखरखाव एवं संचालन ग्राम पंचायत गुल्डी द्वारा किया जा रहा है।
ग्राम प्रधान गुल्डी, परमजीत सिंह सजवान ने कहा, "पहले हमारे यहां पीने का पानी चंबा पंपिंग से आता था, जो 2-3 दिन में गांव पहुंचता था। पेयजल निगम चंबा द्वारा वर्ष 2022-23 में सोलर पंपिंग योजना से हमारे यहां स्टोरेज टैंक और वाटर सप्लाई टैंक का निर्माण किया गया है। इस योजना के बनने से अब गुल्डी गांव के लोगों को पानी की किल्लत नहीं हो रही है।"
उन्होंने केंद्र एवं राज्य सरकार और जिला प्रशासन का धन्यवाद करते हुए इस योजना को ग्रामवासियों के लिए अत्यंत लाभकारी बताया।