क्या अदाणी फाउंडेशन और अदाणी इलेक्ट्रिसिटी ने मुंबई में छात्रों के साथ राष्ट्रीय गणित दिवस मनाया?
सारांश
Key Takeaways
- गणित को रोज़मर्रा की जिंदगी से जोड़ना
- मज़ेदार और प्रायोगिक गतिविधियों के माध्यम से सीखना
- छात्रों में आत्मविश्वास बढ़ाना
- शिक्षा में नवाचार
- क्लासरूम को लर्निंग हब में बदलना
मुंबई, 22 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। अदाणी फाउंडेशन और अदाणी इलेक्ट्रिसिटी ने मुंबई में बृहन्मुंबई म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन (बीएमसी) स्कूलों के छात्रों के लिए एक हफ्ते तक चलने वाली मज़ेदार लर्निंग एक्टिविटीज के माध्यम से राष्ट्रीय गणित दिवस मनाया।
हर साल 22 दिसंबर को भारत में राष्ट्रीय गणित दिवस, महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन की जयंती के उपलक्ष्य में मनाया जाता है।
यह उत्सव 'उत्थान' नामक फ्लैगशिप एजुकेशनल इनिशिएटिव के तहत आयोजित किया गया, जिसका मुख्य उद्देश्य छात्रों को गणित को दुखदायी विषय मानने की बजाय इसे दैनिक जीवन का हिस्सा बनाना है।
यह कार्यक्रम विशेष रूप से प्राइमरी स्कूल के विद्यार्थियों के लिए तैयार किया गया था ताकि गणित को आसान, प्रायोगिक और मनोरंजक बनाया जा सके।
एक प्रवक्ता ने कहा, "प्रोजेक्ट उत्थान उन समुदायों में बच्चों के सर्वांगीण विकास के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। गणित आधुनिक जीवन, टेक्नोलॉजी और समस्या समाधान के लिए अनिवार्य है। 'हमारे आस-पास गणित' थीम के माध्यम से, हमारा उद्देश्य छात्रों को गणित को उपयोगी, समझने योग्य और मजेदार बनाना है। बीएमसी स्कूलों के साथ हमारी साझेदारी यह सुनिश्चित करती है कि सभी बच्चों तक गुणवत्ता और मजेदार शिक्षा पहुंचे।"
प्रवक्ता ने आगे बताया, "हमारी पहल के अंतर्गत, स्कूलों को क्लासरूम लर्निंग हब में परिवर्तित किया गया, जहां छात्रों ने हैंड्स-ऑन एक्टिविटीज, गेम्स और ग्रुप चैलेंजेस के माध्यम से नंबर, आकार, पैटर्न और लॉजिक को सीखा।"
इस उत्सव में छात्रों, शिक्षकों और उत्थान सहायकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और जमीनी स्तर पर गतिविधियों को सफल बनाया।
कई प्रकार की सोच-समझकर तैयार की गई गतिविधियों के साथ स्पष्ट लर्निंग ऑब्जेक्टिव्स निर्धारित किए गए। टैंग्राम चैलेंज, सुडोकू कॉर्नर, लॉजिक पहेलियां और मल्टीप्लिकेशन पिरामिड जैसे पज़ल्स और खेलों के माध्यम से छात्रों ने अपने नंबर सेंस, लॉजिकल रीजनिंग और प्रॉब्लम-सॉल्विंग कौशल को मजबूत किया।
छात्रों ने स्ट्रॉ का उपयोग करके 2D और 3D आकार बनाने तथा ओरिगेमी-बेस्ड ज्योमेट्री जैसी हैंड्स-ऑन एक्टिविटीज के माध्यम से स्थानिक अवधारणाओं को समझने और गणितीय विचारों को प्रायोगिक रूप से लागू करने में मदद की।
श्रीनिवास रामानुजन के जीवन पर एक शॉर्ट फिल्म और गणित की शपथ सहित विशेष सत्र का उद्देश्य इस विषय के प्रति सम्मान बढ़ाना और गणित सीखने के साथ एक सकारात्मक भावनात्मक जुड़ाव बनाना था।
प्रवक्ता ने कहा, “प्रोजेक्ट उत्थान के तहत, हमारा फोकस क्लासरूम को जिज्ञासा और आत्मविश्वास का स्थान बनाना है। गतिविधियों और खेलों के माध्यम से राष्ट्रीय गणित दिवस मनाना, बेसिक मैथ्स को मजबूत करने का एक प्रभावी तरीका है। जब बच्चे सीखने का आनंद लेते हैं, तो उनका डर समाप्त हो जाता है और आत्मविश्वास बढ़ता है। यह एनईपी 2020 को लागू करने और निपुण भारत के लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।”