क्या पीएम मोदी ने अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला से 'होमवर्क' के बारे में पूछा?

सारांश
Key Takeaways
- शुभांशु शुक्ला ने अंतरिक्ष में महत्वपूर्ण प्रयोग किए।
- प्रधानमंत्री मोदी ने 'होमवर्क' पर मजेदार बातचीत की।
- भारत का अंतरिक्ष कार्यक्रम लोगों में उत्साह पैदा कर रहा है।
- गगनयान मिशन के लिए शुभांशु के अनुभव उपयोगी होंगे।
- आईएसएस पर एक बार में 8 महीने तक रह सकते हैं।
नई दिल्ली, 19 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्लामोदी ने शुभांशु से 'होमवर्क' के बारे में पूछा, जिस पर शुक्ला ने मुस्कुराते हुए कहा कि उन्होंने अपना 'होमवर्क' पूरा कर लिया है।
सोमवार को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री के आधिकारिक निवास पर हुई इस मुलाकात में कई विषयों पर चर्चा हुई। लगभग साढ़े 8 मिनट की बातचीत में, शुभांशु ने मोदी को अपनी अंतरिक्ष यात्रा के अनुभवों के बारे में बताया, जिसमें वे चालक दल के सदस्य के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे थे।
मोदी ने हंसते हुए पूछा, "आपके होमवर्क का क्या हाल है?" शुभांशु ने उत्तर दिया, "बहुत अच्छा प्रगति हुआ है। लोग मुझसे मजाक करते थे कि आपके प्रधानमंत्री आपको होमवर्क देते हैं।"
बातचीत में, शुभांशु ने बताया कि उन्होंने अंतरिक्ष में कई महत्वपूर्ण प्रयोग किए, जैसे कि टार्डीग्रेड्स, मयोजेनिसिस, मेथी और मूंग के बीजों का अंकुरण, सायनोबैक्टीरिया, माइक्रोएल्गी और फसली बीजों से संबंधित अध्ययन। उन्होंने यह भी साझा किया कि उनके अंतरराष्ट्रीय क्रूमेट्स गगनयान मिशन को लेकर बहुत उत्साहित हैं।
जब मोदी ने पूछा कि पृथ्वी पर लौटने के बाद क्या अनुभव हुआ, तो शुभांशु ने कहा, "मेरे दिमाग को यह समझने में समय लगा कि अब चलना है। वापस आने के बाद, मुझे चलने में दिक्कत हुई, लोग मुझे सहारा देकर उठाने लगे।" उन्होंने बताया कि यही अनुभव उन्हें अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर पहुंचने पर भी हुआ था।
शुभांशु ने प्रधानमंत्री को बताया कि पिछले एक साल में, उन्होंने देखा कि लोगों में भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम के प्रति उत्साह और जिज्ञासा है। उन्होंने हंसते हुए कहा, "लोग मुझसे गगनयान की लॉन्च तारीख तक पूछते थे।" उन्होंने यह भी साझा किया कि अंतरिक्ष मिशन के दौरान जो अनुभव और जानकारी मिलीं, वे गगनयान कार्यक्रम के लिए बेहद उपयोगी होंगी।
पीएम मोदी ने पूछा कि आईएसएस पर सबसे ज्यादा समय कौन रुका है, तो शुभांशु ने बताया कि वर्तमान में कोई भी अंतरिक्ष यात्री वहां एक बार में 8 महीने तक रह सकता है। कुछ लोग दिसंबर में वापस आ रहे हैं।