क्या प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत 1.6 करोड़ से अधिक लोगों को मिली ट्रेनिंग?

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क्या प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत 1.6 करोड़ से अधिक लोगों को मिली ट्रेनिंग?

सारांश

प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (पीएमकेवीवाई) ने पिछले 10 वर्षों में 1.6 करोड़ से अधिक लोगों को ट्रेनिंग दी है। जयंत चौधरी ने बताया कि 1.29 करोड़ को सर्टिफिकेट भी मिले हैं। यह योजना समाज के सभी वर्गों को लाभ पहुंचा रही है। जानें इस योजना के महत्व और भविष्य की संभावनाओं के बारे में।

Key Takeaways

  • बीते 10 वर्षों में 1.6 करोड़ से अधिक लोगों को ट्रेनिंग मिली।
  • 1.29 करोड़ को सर्टिफिकेट भी प्रदान किए गए।
  • एनएसडीसी ने 2.32 लाख प्रशिक्षकों को प्रमाणित किया।
  • योजनाओं की निगरानी की जा रही है और अनुपालन न करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
  • भविष्य की जरूरतों के अनुसार कौशल प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

नई दिल्ली, 22 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। पिछले 10 वर्षों में प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (पीएमकेवीवाई) के अंतर्गत 1.6 करोड़ से अधिक व्यक्तियों को ट्रेनिंग दी गई है, जिनमें से 1.29 करोड़ को (30 जून तक) सर्टिफिकेट भी प्रदान किए गए हैं।

कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जयंत चौधरी ने लोकसभा में एक लिखित उत्तर में जानकारी दी कि राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) के अन्य कार्यक्रमों के तहत लगभग 1.74 करोड़ उम्मीदवारों को प्रशिक्षित किया गया है।

केंद्रीय मंत्री ने बताया, "एनएसडीसी ने पुरस्कार देने वाली संस्थाओं के माध्यम से 2.32 लाख से अधिक प्रशिक्षकों को प्रमाणन प्रदान किया है। प्रशिक्षक-से-लाभार्थी अनुपात विभिन्न कारकों जैसे प्रशिक्षण के प्रकार, बैच के आकार, क्षेत्र के मानदंडों और भौगोलिक स्थिति के आधार पर भिन्न होता है।"

पीएमकेवीवाई के कार्यान्वयन के लिए, एमएसडीई ने वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान 1,538.29 करोड़ रुपए की राशि जारी की है।

पीएमकेवीवाई 4.0 के अंतर्गत, मान्यता प्राप्त और संबद्ध प्रशिक्षण केंद्रों में प्रशिक्षण दिया जा रहा है और इन केंद्रों की भौतिक एवं आभासी माध्यमों से निगरानी की जा रही है। अनुपालन न करने वाले प्रशिक्षण केंद्रों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करना, काली सूची में डालना, निलंबन, वित्तीय वसूली आदि जैसे कानूनी कदम उठाए जाते हैं।

सरकार ने कहा कि पीएमकेवीवाई पूरे देश में लागू है और इसका लाभ हाशिए पर रहने वाले समुदायों सहित समाज के सभी वर्गों को मिलता है।

पीएमकेवीवाई के अंतर्गत एमएसडीई ने बाजार-संरेखित कौशल प्रशिक्षण के माध्यम से युवाओं की रोजगार क्षमता बढ़ाने के लिए कई रणनीतिक पहल की हैं।

इस योजना के तहत, उद्योग-विशिष्ट इनपुट्स पर किए गए नियमित कौशल अंतराल अध्ययनों से प्राप्त जानकारी के माध्यम से नौकरी की मांग का व्यापक मानचित्रण किया जाता है और सभी नौकरी भूमिकाओं को राष्ट्रीय कौशल योग्यता ढांचा (एनएसक्यूएफ) के साथ समन्वित किया जाता है।

पीएमकेवीवाई 4.0 के तहत, भविष्य के लिए तैयार क्षेत्रों में रोजगार क्षमता बढ़ाने के उद्देश्य से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इलेक्ट्रिक वाहन, रोबोटिक्स, 5जी और डेटा एनालिटिक्स में नौकरी के रोल शुरू किए गए हैं।

Point of View

बल्कि कौशल विकास के जरिए देश की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती दी है।
NationPress
23/07/2025

Frequently Asked Questions

प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना का उद्देश्य क्या है?
इस योजना का उद्देश्य युवाओं को कौशल प्रशिक्षण प्रदान करके उनकी रोजगार क्षमता बढ़ाना है।
पीएमकेवीवाई के तहत कितने लोगों को ट्रेनिंग मिली है?
पिछले 10 वर्षों में 1.6 करोड़ से अधिक लोगों को ट्रेनिंग दी गई है।
इस योजना के तहत सर्टिफिकेट कैसे प्राप्त किया जा सकता है?
प्रशिक्षण पूर्ण करने के बाद उम्मीदवार को सर्टिफिकेट दिया जाता है।
क्या यह योजना सभी वर्गों के लिए है?
हां, यह योजना समाज के सभी वर्गों, खासकर हाशिए के समुदायों के लिए है।
पीएमकेवीवाई 4.0 में क्या नया है?
इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इलेक्ट्रिक वाहन, और डेटा एनालिटिक्स जैसे भविष्य के क्षेत्रों में ट्रेनिंग शामिल है।