क्या सोनिया गांधी की स्वास्थ्य स्थिति स्थिर है? अस्पताल ने दी जानकारी

सारांश
Key Takeaways
- सोनिया गांधी की स्वास्थ्य स्थिति स्थिर है।
- उन्हें दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
- उनका ब्लड प्रेशर पहले थोड़ा अधिक था।
- मुख्यमंत्री ने उनकी स्थिति को ध्यान में रखते हुए अपनी यात्रा को छोटा किया।
- सोनिया गांधी को पहले भी पेट की समस्याओं के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया है।
नई दिल्ली, 16 जून (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी की स्वास्थ्य स्थिति अब स्थिर है। उन्हें रविवार की रात पेट की समस्या के कारण दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल में भर्ती किया गया था। अस्पताल द्वारा जारी बयान के अनुसार, 78 वर्षीय पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष वर्तमान में गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग में निगरानी में हैं।
सर गंगा राम अस्पताल के चेयरमैन डॉ. अजय स्वरूप ने कहा कि सोनिया गांधी को रात 9 बजे पेट से संबंधित समस्या के लिए सर्जिकल गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग में भर्ती किया गया। फिलहाल उनकी हालत स्थिर है और डॉक्टर उनके स्वास्थ्य पर कड़ी निगरानी रख रहे हैं।
यह सोनिया गांधी का इस महीने दूसरा अस्पताल में भर्ती होना है। इससे पहले, 7 जून को उन्हें शिमला के इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (आईजीएमसी) में एमआरआई के लिए ले जाया गया था। उस समय उन्होंने बेचैनी की शिकायत की थी और डॉक्टरों के अनुसार उनका ब्लड प्रेशर थोड़ा अधिक था, लेकिन उनकी स्थिति सामान्य और स्थिर थी।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के प्रमुख सलाहकार (मीडिया) नरेश चौहान ने बताया कि सोनिया गांधी को मामूली स्वास्थ्य समस्याओं के कारण नियमित जांच के लिए अस्पताल ले जाया गया था।
पार्टी के एक नेता ने जानकारी दी कि सोनिया गांधी की स्वास्थ्य स्थिति की जानकारी मिलने के बाद मुख्यमंत्री ने अपनी यात्रा को छोटा कर शिमला लौटने का निर्णय लिया।
इसके अतिरिक्त, कुछ महीने पहले सोनिया गांधी को पेट की समस्या के कारण दिल्ली के अस्पताल में भर्ती किया गया था। फरवरी में सर गंगा राम अस्पताल में उन्हें एक दिन के लिए गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विशेषज्ञ की देखरेख में भर्ती किया गया था।
सितंबर 2022 में, सोनिया गांधी मेडिकल जांच के लिए अमेरिका गई थीं। उस यात्रा के दौरान उनके बेटे और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी उनके साथ थे। इस यात्रा के कारण सोनिया गांधी को 2022 के संसद के मानसून सत्र का बड़ा हिस्सा छोड़ना पड़ा था।