क्या टेस्ट मैच में क्रीज पर टिके रहना महत्वपूर्ण है? : योगराज सिंह

सारांश
Key Takeaways
- यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल ने शानदार साझेदारी की।
- पिच पर टिके रहना टेस्ट क्रिकेट में महत्वपूर्ण है।
- योगराज सिंह ने खिलाड़ियों को अनुशासन बनाए रखने की सलाह दी।
- रवींद्र जडेजा को शीर्ष क्रम में मौका मिलना चाहिए।
- गेंदबाजों को भी बल्लेबाजी में सुधार करना चाहिए।
चंडीगढ़, 23 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। ओल्ड ट्रैफर्ड में इंग्लैंड के खिलाफ शुरू हुई सीरीज के चौथे टेस्ट में भारतीय सलामी बल्लेबाजों यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल ने टीम को एक मजबूत शुरुआत प्रदान की। दोनों ने पहले विकेट के लिए 94 रन की साझेदारी की। पूर्व क्रिकेटर योगराज सिंह ने उनकी जमकर सराहना की।
राष्ट्र प्रेस से बात करते हुए योगराज सिंह ने कहा, "पांच दिवसीय मैच में पिच पर टिके रहना बेहद महत्वपूर्ण होता है। खिलाड़ियों को इसे समझना होगा, खासकर टी20 और वनडे के बाद। केएल राहुल और यशस्वी जायसवाल ने अनुशासन का परिचय दिया।"
इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया। इसके जवाब में यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल ने पहले सत्र को बिना विकेट खोए पूरा किया। पहले सत्र की समाप्ति पर भारत का स्कोर बिना नुकसान के 78 रन था। राहुल ने 82 गेंदों पर 40 रन और जायसवाल ने 74 गेंदों पर 36 रन बनाकर नाबाद रहे।
योगराज सिंह ने कहा कि इंग्लैंड के गेंदबाजों को शुरुआत में काफी मूवमेंट और उछाल मिली। लेकिन, राहुल और जायसवाल ने सटीकता और स्पष्टता के साथ खेल को आगे बढ़ाया। मुझे लगता है कि केएल राहुल में काफी सुधार हुआ है। उनका आक्रामक समन्वय बहुत अच्छा है। वहीं, जायसवाल ने हुक और पुल शॉट खेलने की अपनी आदत में सुधार किया है। यह ऐसा सत्र था, जिसे टेस्ट क्रिकेट के प्रशंसक काफी पसंद करेंगे।
योगराज सिंह ने यह भी कहा कि भारत को अपने शीर्ष क्रम में बदलाव करना चाहिए। रवींद्र जडेजा फॉर्म में हैं, उन्हें जिम्मेदारी लेनी चाहिए और बल्लेबाजी के लिए नंबर 3, नंबर 4 या नंबर 5 पर भेजा जाना चाहिए। साथ ही, गेंदबाजों को भी बल्लेबाजी का अभ्यास कराना चाहिए। जसप्रीत बुमराह ने दिखाया है कि वह बल्लेबाजी कर सकते हैं। यदि पुछल्ले बल्लेबाजों को मौका दिया जाएगा तो हमारी बल्लेबाजी और मजबूत होगी। गेंदबाजों को ऑलराउंडर बनाने की कोशिश करनी चाहिए।