क्या म्यूनिख में भारतीय निशानेबाजों ने अपनी प्रतिभा से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया?

सारांश
Key Takeaways
- भारतीय निशानेबाजों ने अद्वितीय प्रदर्शन किया।
- चार पदक जीते गए।
- एलावेनिल वलारिवन ने कांस्य पदक जीता।
- सुरुचि सिंह ने तीन स्वर्ण पदक जीते।
- भारतीय टीम का अगला मुकाबला चीन में होगा।
नई दिल्ली, 17 जून (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय पिस्टल और राइफल निशानेबाजों ने म्यूनिख में हाल ही में संपन्न आईएसएसएफ विश्व कप 2025 में अद्वितीय प्रदर्शन करते हुए दो स्वर्ण और दो कांस्य सहित कुल चार पदक जीते। इस अप्रतिम उपलब्धि के साथ भारत ने समग्र अंक तालिका में प्रभावशाली तीसरा स्थान प्राप्त किया, जो केवल चीन और नॉर्वे से पीछे था।
भारत की पदक की तलाश की शुरुआत दो बार की ओलंपियन एलावेनिल वलारिवन ने की, जिन्होंने महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल श्रेणी में कांस्य पदक जीता।
इस 25 वर्षीय निशानेबाज ने फाइनल में 231.2 का स्कोर दर्ज किया। क्वालिफिकेशन राउंड में वलारिवन ने 635.9 के स्कोर के साथ नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी बनाया।
महिलाओं की 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन स्पर्धा में सिफ्ट कौर समरा ने भी कांस्य पदक जीता। 23 वर्षीय समरा ने 453.1 के अंतिम स्कोर के साथ अपने स्थान की पुष्टि की।
इस टूर्नामेंट में भारत का पहला स्वर्ण पदक युवा सुरुचि सिंह ने जीता, जिन्होंने महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में 241.9 का स्कोर करके शीर्ष स्थान हासिल किया।
सुरुचि ने कहा, "लगातार तीसरा आईएसएसएफ विश्व कप स्वर्ण जीतना अवास्तविक लगता है।"
10 मीटर एयर राइफल मिश्रित टीम स्पर्धा में अर्जुन सिंह बाबूता और आर्या बोरसे की जोड़ी ने चीन के जोड़ी को हराकर स्वर्ण पदक जीता।
भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ (एनआरएआई) के अध्यक्ष कलिकेश नारायण सिंह देव ने भारतीय एथलीटों की उपलब्धियों पर गर्व व्यक्त किया।
म्यूनिख में 36 सदस्यीय भारतीय दल ने भाग लिया। भारत ने पहले ब्यूनस आयर्स संस्करण में आठ पदक जीते थे। 2025 आईएसएसएफ विश्व कप का अगला चरण सितंबर में चीन के निंगबो में होगा।