क्या शुभमन गिल ने युवराज से जो सीखा, उसकी झलक दिख रही है?

सारांश
Key Takeaways
- शुभमन गिल की कप्तानी में टीम की प्रगति
- युवराज सिंह से सीखे गए महत्वपूर्ण सबक
- महिला क्रिकेट का प्रदर्शन और उसकी आवश्यकता
- टीम भावना का महत्व
- युवा खिलाड़ियों का गंभीरता से खेलना
चंडीगढ़, 14 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। शुभमन गिल की कप्तानी में भारत ने वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज में 2-0 से क्लीन स्वीप किया है। पूर्व क्रिकेटर योगराज सिंह टीम इंडिया के प्रदर्शन से संतुष्ट हैं। उनका मानना है कि गिल ने युवराज सिंह से जो सीखा, उसकी झलक उनके व्यवहार में देखने को मिलती है।
योगराज सिंह ने राष्ट्र प्रेस से कहा, "वेस्टइंडीज के खिलाफ क्लीन स्वीप से पहले शुभमन गिल की कप्तानी में भारत ने इंग्लैंड दौरे पर बराबरी की थी। वर्तमान में भारत के युवा खिलाड़ी अपने खेल को गंभीरता से ले रहे हैं, यही कारण है कि गिल की कप्तानी में भारतीय टीम प्रगति कर रही है।"
भारतीय क्रिकेट टीम के टेस्ट कप्तान शुभमन गिल ने युवराज सिंह से खेल के कई महत्वपूर्ण पहलुओं को सीखा है। युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह ने कहा, "गिल की विशेषता है कि वह अपने सभी खिलाड़ियों का ध्यान रखते हैं। वह उनके साथ भोजन करते हैं, कभी चाय पीते हैं, और हमेशा उनकी स्थिति का हाल पूछते हैं। गिल में जो गुण हैं, वह युवराज से सीखे गए हैं। जो खिलाड़ी युवराज से क्रिकेट और जीवन जीने की कला सीखेगा, वह दूसरों से अलग होगा।"
विश्व कप 2025 में भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने चार में से दो मुकाबले जीतकर अंक तालिका में चौथा स्थान हासिल किया है। योगराज सिंह महिला खिलाड़ियों के प्रदर्शन से संतुष्ट हैं, लेकिन उनका मानना है कि महिला खिलाड़ियों को पुरुषों के साथ क्रिकेट खेलना चाहिए।
उन्होंने कहा, "भारतीय महिलाएं अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं। मेरा मानना है कि महिला खिलाड़ी, पुरुषों के साथ जितना अधिक क्रिकेट खेलेंगी, उतना ही बेहतर हो सकेंगी। हमारी बेटियाँ शानदार खेल रही हैं।"
अरुण जेटली स्टेडियम में हुए इस मुकाबले में भारत ने पहली पारी में 518/5 के स्कोर पर अपनी पारी घोषित की। इस पारी में सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने 175 रन बनाए, जबकि कप्तान गिल ने 129 रन का योगदान दिया।
वेस्टइंडीज को पहली पारी में मात्र 248 रन पर समेटने के बाद भारत ने 270 रन की बढ़त लेते हुए मेहमान टीम को फॉलोऑन दिया।
वेस्टइंडीज ने जॉन कैंपबेल और शाई होप की शतकीय पारियों की मदद से 390 रन बनाकर भारत को जीत के लिए 121 रन का लक्ष्य दिया। इसके जवाब में भारत ने 7 विकेट शेष रहते हुए मैच अपने नाम कर लिया।