क्या आठ साल की उम्र में इंटरनेशनल खिताब जीतने वाली चेस खिलाड़ी 'ब्यूटी विद ब्रेन' हैं?

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क्या आठ साल की उम्र में इंटरनेशनल खिताब जीतने वाली चेस खिलाड़ी 'ब्यूटी विद ब्रेन' हैं?

सारांश

तानिया सचदेव, एक अद्वितीय चेस खिलाड़ी, ने आठ साल की उम्र में इंटरनेशनल खिताब जीतकर सभी को चौंका दिया। जानिए उनके संघर्ष और सफलता की कहानी, जो न केवल चेस की दुनिया में बल्कि मॉडलिंग में भी उनकी पहचान बनाती है।

Key Takeaways

  • तानिया सचदेव ने मात्र आठ साल की उम्र में अंतरराष्ट्रीय खिताब जीता।
  • उन्होंने इंटरनेशनल मास्टर्स और विमेंस ग्रैंड मास्टर्स खिताब जीते हैं।
  • तानिया मॉडलिंग और प्रेजेंटेशन में भी सक्रिय हैं।
  • उन्होंने भारत का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोशन किया है।
  • उनकी यात्रा युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा है।

नई दिल्ली, 19 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। महिला ग्रैंडमास्टर तानिया सचदेव ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रोशन किया है। कई अंतरराष्ट्रीय शतरंज प्रतियोगिताओं में देश का प्रतिनिधित्व करते हुए तानिया ने पदक जीते। 'ब्यूटी विद ब्रेन' तानिया इंटरनेशनल मास्टर्स (आईएम) और विमेंस ग्रैंड मास्टर्स (डब्ल्यूजीएम) खिताब जीत चुकी हैं।

तानिया को चेस की 'ग्लैमर गर्ल' कहा जाता है, जो शतरंज की बिसात पर विरोधी की हर चाल का मुंहतोड़ जवाब देती हैं।

20 अगस्त 1986 को दिल्ली में जन्मीं तानिया जब महज छह साल की थीं, तब उन्होंने इस खेल के दांव-पेंच सीखने शुरू कर दिए थे। महज आठ साल की उम्र में पहला अंतरराष्ट्रीय खिताब जीतने वाली तानिया ने शुरुआती वर्षों में केसी जोशी से कोचिंग ली।

बेहद कम उम्र में ही तानिया कई राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में अपना लोहा मनवा चुकी थीं। अंडर 12 डिवीजन में उन्होंने विश्व युवा शतरंज चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया।

साल 2002 में एशियन जूनियर गर्ल्स चैंपियनशिप का खिताब जीतने वाली तानिया साल 2005 में विमेंस ग्रैंडमास्टर का खिताब जीतने वाली आठवीं भारतीय थीं।

इसके बाद साल 2006 और 2007 में तानिया ने नेशनल महिला प्रीमियर शतरंज चैंपियनशिप जीती। साल 2007 में ही उन्होंने महिला एशियाई शतरंज चैंपियनशिप भी अपने नाम की।

साल 2015 में तानिया ने रेक्जाविक ओपन में सर्वश्रेष्ठ महिला का पुरस्कार जीता था। इसी साल एशियन कॉन्टिनेंटल विमेंस रैपिड चेस चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल अपने नाम किया।

साल 2016, 2018 और 2019 में तानिया ने तीन बार कॉमनवेल्थ विमेंस चेस चैंपियनशिप जीती।

सितंबर 2024 में तानिया उस भारतीय टीम का हिस्सा थीं, जिसने 45वीं शतरंज ओलंपियाड की महिला श्रेणी में गोल्ड जीता। यह भारत का पहला ओलंपियाड गोल्ड था।

तानिया मॉडलिंग का भी शौक रखती हैं। उन्हें रैंप वॉक के अलावा फोटोशूट का भी शौक है। तानिया शतरंज खेलने के अलावा प्रेजेंटेटर-कमेंटेटर के तौर पर भी काफी मशहूर हैं।

राष्ट्र प्रेस

आरएसजी

Point of View

बल्कि विश्व स्तर पर भी एक प्रेरणा बन चुका है। उनकी मेहनत और लगन ने न केवल उन्हें व्यक्तिगत सफलता दिलाई है, बल्कि उन्होंने भारत का नाम भी रोशन किया है। एक राष्ट्रीय संपादक की दृष्टि से, तानिया की कहानी हमारे युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
NationPress
23/08/2025

Frequently Asked Questions

तानिया सचदेव कौन हैं?
तानिया सचदेव एक प्रसिद्ध महिला ग्रैंडमास्टर हैं, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चेस खेल में कई खिताब जीते हैं।
तानिया ने कब पहला इंटरनेशनल खिताब जीता?
तानिया ने महज आठ साल की उम्र में पहला अंतरराष्ट्रीय खिताब जीता।
तानिया के प्रमुख खिताब कौन से हैं?
तानिया ने इंटरनेशनल मास्टर्स (आईएम) और विमेंस ग्रैंड मास्टर्स (डब्ल्यूजीएम) खिताब जीते हैं।
क्या तानिया केवल शतरंज खेलती हैं?
नहीं, तानिया मॉडलिंग भी करती हैं और एक प्रेजेंटेटर-कमेंटेटर के रूप में भी जानी जाती हैं।
तानिया ने भारत का नाम कैसे रोशन किया?
तानिया ने कई अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भारत का प्रतिनिधित्व किया है और गोल्ड मेडल जीते हैं।