क्या भारतीय मुक्केबाजों के पास घरेलू दर्शकों के बीच ताकत दिखाने का मौका है?

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क्या भारतीय मुक्केबाजों के पास घरेलू दर्शकों के बीच ताकत दिखाने का मौका है?

सारांश

विश्व मुक्केबाजी कप फाइनल में भारतीय मुक्केबाजों की उपस्थिति और उनकी संभावनाओं पर एक नजर। क्या वे अपने घरेलू दर्शकों के सामने उत्कृष्ट प्रदर्शन कर पाएंगे? जानें पूरी रिपोर्ट!

Key Takeaways

  • विश्व मुक्केबाजी कप का आयोजन ग्रेटर नोएडा में हो रहा है।
  • भारतीय महिला और पुरुष टीम में कई प्रतिभाशाली मुक्केबाज शामिल हैं।
  • चीनी मुक्केबाज इस टूर्नामेंट में भाग नहीं ले रहे हैं।
  • ओलंपिक और विश्व पदक विजेताओं की उपस्थिति इस प्रतियोगिता को और रोमांचक बना रही है।
  • भार वर्ग में बदलाव से प्रतियोगिता की कठिनाई बढ़ गई है।

नोएडा, 14 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। विश्व मुक्केबाजी एक महत्वपूर्ण परिवर्तन के दौर से गुजर रही है। खेल की नई अंतरराष्ट्रीय नियामक संस्था, विश्व मुक्केबाजी, ने नया प्रतियोगिता कैलेंडर, प्रारूप और रैंकिंग प्रणाली का निर्माण किया है। भार वर्ग को 13 से घटाकर 10 कर दिया गया है।

ओलंपिक शैली की मुक्केबाजी को और अधिक प्रासंगिक बनाने की दिशा में, विश्व मुक्केबाजी कप की श्रृंखला की शुरुआत की गई है। ग्रेटर नोएडा में शनिवार से विश्व मुक्केबाजी कप फाइनल की शुरुआत हो रही है। इस कैलेंडर का सबसे महत्वपूर्ण टूर्नामेंट, विश्व चैंपियनशिप, सितंबर में आयोजित किया गया था।

ग्रेटर नोएडा में ओलंपिक पदक विजेताओं, विश्व पदक विजेताओं और विश्व कप चरण विजेताओं की अंतरराष्ट्रीय सितारों की एक अच्छी-खासी संख्या देखने को मिलेगी। उज्बेकिस्तान, कजाकिस्तान और चीनी ताइपे जैसे शीर्ष मुक्केबाजी देशों की उपस्थिति इस प्रतियोगिता को और चुनौतीपूर्ण बना रही है। यह ध्यान देने योग्य है कि चीन इस टूर्नामेंट में भाग नहीं ले रहा है। पुरुषों के वर्ग में, विश्व कांस्य पदक विजेता इंग्लैंड के कामारा ओडेल पॉली और पोलैंड चरण के स्वर्ण पदक विजेता इटली के अत्रातिवो साल्वाटोर पर सभी की नजरें होंगी।

भारत के लिए यह टूर्नामेंट बेहद महत्वपूर्ण है। हाल ही में आयोजित विश्व चैंपियनशिप में चार महिला मुक्केबाजों मीनाक्षी हुड्डा (48 किग्रा), विश्व चैंपियन जैस्मीन लाम्बोरिया (57 किग्रा), विजेता नूपुर श्योराण (+80 किग्रा), और कांस्य पदक विजेता पूजा रानी (80 किग्रा) सभी भारतीय टीम का हिस्सा थीं। दो बार की विश्व चैंपियन निखत जरीन (51 किग्रा) भी इस बार शामिल हो रही हैं। पेरिस ओलंपियन प्रीति पवार 54 किग्रा वर्ग में साक्षी चौधरी की जगह टीम में वापस आ रही हैं।

भारतीय पुरुष टीम में हितेश (70 किग्रा), अभिनाश जामवाल (65 किग्रा), सचिन (60 किग्रा), जदुमणि मंदेंगबाम (50 किग्रा), और लक्ष्य चाहर (80 किग्रा) से बहुत उम्मीदें होंगी। इन सभी ने विश्व कप के विभिन्न चरणों में अच्छा प्रदर्शन किया है। इससे घरेलू दर्शकों के बीच इनसे बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद बढ़ गई है।

Point of View

हमें हमेशा अपने देश के प्रदर्शन पर गर्व होना चाहिए। भारतीय मुक्केबाजों की प्रतिभा और मेहनत इस टूर्नामेंट में उजागर होगी। हमें आशा है कि वे सभी अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन से देश का नाम रोशन करेंगे।
NationPress
14/11/2025

Frequently Asked Questions

विश्व मुक्केबाजी कप फाइनल कब शुरू हो रहा है?
विश्व मुक्केबाजी कप फाइनल ग्रेटर नोएडा में शनिवार से शुरू हो रहा है।
भारत के कौन-कौन से मुक्केबाज इस टूर्नामेंट में भाग ले रहे हैं?
भारत की महिला टीम में मीनाक्षी हुड्डा, जैस्मीन लाम्बोरिया, नूपुर श्योराण, पूजा रानी और निखत जरीन शामिल हैं।
क्या इस टूर्नामेंट में चीन भाग ले रहा है?
नहीं, चीन इस टूर्नामेंट में भाग नहीं ले रहा है।
भारतीय पुरुष टीम में कौन से मुक्केबाज हैं?
भारतीय पुरुष टीम में हितेश, अभिनाश जामवाल, सचिन, जदुमणि मंदेंगबाम, और लक्ष्य चाहर शामिल हैं।
विश्व मुक्केबाजी में नए परिवर्तन क्या हैं?
विश्व मुक्केबाजी ने 13 भार वर्गों को घटाकर 10 कर दिया है और नया प्रतियोगिता कैलेंडर और रैंकिंग प्रणाली प्रस्तुत की है।
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