क्या विश्व कप जीतकर हम खुद को भाग्यशाली महसूस करते हैं?: शेफाली वर्मा
सारांश
Key Takeaways
- विश्व कप जीतने पर गर्व महसूस करना
- परिवार की प्रतिक्रिया
- महिला क्रिकेट का भविष्य उज्ज्वल है
- ईश्वर में विश्वास
- खेल की रणनीति का महत्व
नई दिल्ली, 15 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय महिला क्रिकेट टीम को विश्व चैंपियन 2025 का खिताब दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली विस्फोटक सलामी बल्लेबाज शेफाली वर्मा ने कहा है कि हम देश को गौरवान्वित करने के लिए खेलते हैं। हमें खुशी है कि हम विश्व कप जीतने में सफल रहे।
राष्ट्र प्रेस से बातचीत के दौरान शेफाली वर्मा ने कहा, "हमारे दिन बहुत अच्छे रहे हैं विश्व कप जीतने के बाद। यह मुझे पहचान दिला रहा है। हमें देशवासियों से बहुत प्यार मिल रहा है। यह हमारे लिए एक भावनात्मक क्षण है। एक खिलाड़ी होने के नाते, हम अपने देश को गर्वित करने के लिए खेलते हैं। इस जीत की खुशी है। हमें बहुत आत्मविश्वास और प्यार मिल रहा है और हम इसके लिए भाग्यशाली महसूस करते हैं।"
जब उन्हें विश्व चैंपियन कहा गया, तो शेफाली ने कहा, "हां, अब मुझे विश्व चैंपियन कहा जा रहा है। जब मैं रोहतक गई, तो सभी ने प्यार से मेरा स्वागत किया। उस समय मुझे ऐसा लगा कि हमने सचमुच विश्व कप जीत लिया है क्योंकि पूरा रोहतक मेरे साथ था। मैं उन सभी को धन्यवाद देती हूं।"
अपने पिता की प्रतिक्रिया पर शेफाली ने कहा, "मेरे पिता बहुत खुश थे। रोहतक वापस आने से पहले, मैं उनसे मिली थी। वे अपनी भावनाओं को जल्दी व्यक्त नहीं करते, लेकिन मैं उनके चेहरे पर खुशी देख सकती थी। जब मैंने उन्हें फोन किया, तो उन्होंने कहा, 'हां भाई, चैंपियन।' यह सुनकर मुझे बहुत अच्छा लगा।"
फाइनल की रणनीति पर शेफाली ने कहा, "फाइनल से पहले, मैंने कुछ योजनाएँ बनाईं थीं। मुझे पता था कि यह बड़ा मंच है और अगर मेरी एक योजना काम नहीं करती, तो मुझे दूसरी योजना पर भी ध्यान देना होगा। मेरी सभी योजनाएँ अच्छी तरह काम कीं और मैं इसके लिए बहुत खुश हूं। मैंने शानदार पारी खेली और विश्व कप जीत लिया। इसलिए मैं आभारी हूं।"
फाइनल में 87 रन बनाने और 2 विकेट लेने वाली शेफाली को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया। इस पर उन्होंने कहा, "जब मुझे यह पुरस्कार मिला, तो मैंने सबसे पहले ईश्वर का धन्यवाद किया। मुझे लगा कि ईश्वर ने मुझे कुछ विशेष करने के लिए भेजा है।"
गौरतलब है कि शेफाली विश्व कप का हिस्सा नहीं थीं। प्रतीका रावल के चोटिल होने के बाद उन्हें सेमीफाइनल में टीम में शामिल किया गया था। सेमीफाइनल में उनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा, लेकिन फाइनल में उन्होंने शानदार खेल दिखाया।
विश्व कप जीतने के बाद ईश्वर में विश्वास और महिला क्रिकेट के भविष्य पर वर्मा ने कहा, "हमने ईश्वर की कृपा से विश्व कप जीता। पूरी टीम को ईश्वर पर विश्वास है, और यह केवल हमारी टीम की जीत नहीं है—यह महिला क्रिकेट की जीत है। हमें उम्मीद है कि इससे महिला क्रिकेट में एक नया बदलाव आएगा।"