क्या अमरनाथ यात्रा का चौथा जत्था भगवती नगर से रवाना हुआ? श्रद्धालुओं में उत्साह!

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क्या अमरनाथ यात्रा का चौथा जत्था भगवती नगर से रवाना हुआ? श्रद्धालुओं में उत्साह!

सारांश

अमरनाथ यात्रा का चौथा जत्था भगवती नगर से रवाना हुआ है, श्रद्धालुओं में गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है। इस यात्रा का हिस्सा बनने वाले भक्तों के बीच भक्ति का अद्भुत माहौल बना हुआ है। क्या आप भी इस यात्रा का अनुभव करना चाहेंगे?

Key Takeaways

  • अमरनाथ यात्रा में हर साल हजारों श्रद्धालु शामिल होते हैं।
  • भगवती नगर बेस कैंप से रवाना होने पर भक्ति का अद्भुत माहौल बनता है।
  • प्रशासन ने यात्रियों के लिए बेहतरीन सुविधाएं प्रदान की हैं।
  • स्थानीय लोग श्रद्धालुओं का गर्मजोशी से स्वागत करते हैं।
  • यात्रा के दौरान सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाता है।

श्रीनगर, 5 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। अमरनाथ यात्रा के लिए आज जम्मू के भगवती नगर बेस कैंप से चौथा जत्था भोले बाबा के दर्शन हेतु रवाना हुआ। सुबह के शांत और भक्ति भरे माहौल में "बम बम भोले" और "बोले बाबा की जय" के नारों से पूरा क्षेत्र गूंज उठा। इसके साथ ही श्रद्धालु 'इंडियन आर्मी जिंदाबाद' और 'भारतीय सेना जिंदाबाद' के नारे लगाते नजर आए।

इस यात्रा के दौरान कुछ श्रद्धालु अपने हाथों में गमले लिए हुए थे, जिनमें 'ऑपरेशन सिंदूर' का स्टीकर लगा हुआ था। राष्ट्र प्रेस से खास बातचीत में कुछ यात्रियों ने कहा, "सभी देशवासियों से यही कहना चाहते हैं कि इंडियन आर्मी पर भरोसा करें और जितना हो सके उतना हुजूम में अमरनाथ यात्रा पर आएं और यात्रा का आनंद उठाएं।"

हजारों श्रद्धालुओं की आंखों में बाबा बर्फानी के दर्शन की ललक और मन में अपार श्रद्धा साफ झलक रही थी। इस जत्थे में देश के कोने-कोने से आए भक्त शामिल थे, जिनमें बुजुर्ग, युवा और महिलाएं सभी उत्साह से भरे हुए थे। यात्रा शुरू होने से पहले भगवती नगर बेस कैंप में भक्ति का अनोखा नजारा देखने को मिला।

जैसे ही बसों और अन्य वाहनों का काफिला रवाना हुआ, माहौल में एक अलग ही जोश और आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार देखने को मिला।

कुछ श्रद्धालुओं ने बताया कि वे कई साल से इस पवित्र यात्रा में हिस्सा ले रहे हैं, और हर बार यह अनुभव उनके लिए नया और अविस्मरणीय होता है। इसके साथ ही श्रद्धालु 'जय-जय श्रीराम' के नारे लगाते नजर आए।

एक बुजुर्ग श्रद्धालु रामप्रसाद ने भावुक होकर कहा, "हम हर साल बाबा अमरनाथ के दर्शन के लिए आते हैं। उनके सामने सिर झुकाने का सुख शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। जम्मू-कश्मीर के बारे में पहले कुछ गलत धारणाएं थीं, लेकिन यहां आकर देखा तो सब कुछ शांत और व्यवस्थित है।"

उन्होंने आगे कहा, "प्रशासन ने हमारे लिए बहुत अच्छी व्यवस्था की है। खाने-पीने से लेकर रहने और सुरक्षा तक, हर चीज का पूरा ध्यान रखा गया है।" प्रशासन ने यात्रियों के लिए मेडिकल कैंप, लंगर और विश्राम स्थलों की भी व्यवस्था की है, ताकि किसी को कोई परेशानी न हो। स्थानीय लोग भी श्रद्धालुओं का गर्मजोशी से स्वागत कर रहे हैं।

Point of View

जो न केवल धार्मिक भावना को दर्शाता है, बल्कि सामाजिक एकता का भी प्रतीक है। प्रशासन की व्यवस्थाएं और स्थानीय लोगों का सहयोग इस यात्रा को और भी खास बनाते हैं। यह एक ऐसा अवसर है जब देश के विभिन्न कोनों से लोग एक साथ आकर भक्ति का अनुभव करते हैं।
NationPress
21/07/2025

Frequently Asked Questions

अमरनाथ यात्रा कब शुरू होती है?
अमरनाथ यात्रा आमतौर पर जुलाई से अगस्त के बीच होती है।
क्या यात्रा के लिए कोई विशेष अनुमति की आवश्यकता है?
जी हां, यात्रियों को यात्रा के लिए पंजीकरण कराना आवश्यक है।
क्या मार्ग पर सुरक्षा व्यवस्था है?
हां, यात्रा के मार्ग पर सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए जाते हैं।
यात्रा के दौरान क्या सुविधाएं उपलब्ध हैं?
यात्रा के दौरान मेडिकल कैंप, लंगर और विश्राम स्थलों की व्यवस्था होती है।
अमरनाथ यात्रा का महत्व क्या है?
अमरनाथ यात्रा हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण तीर्थ यात्रा है, जो श्रद्धालुओं के लिए विशेष महत्व रखती है।