क्या अमरनाथ यात्रा के लिए जम्मू के सरस्वती धाम में टिकट काउंटर शुरू हो गए?

सारांश
Key Takeaways
- जम्मू के सरस्वती धाम में 12 टिकट काउंटर शुरू हुए हैं।
- यात्रा के लिए प्रतिदिन 1000 टिकट उपलब्ध हैं।
- वॉटरप्रूफ वेटिंग रूम की व्यवस्था की गई है।
- 13 वर्ष से कम और 70 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को अनुमति नहीं।
- यात्रा की तैयारी के लिए ड्राई रन का आयोजन किया गया।
जम्मू, 30 जून (राष्ट्र प्रेस)। अमरनाथ यात्रा के शुभारंभ से पहले जम्मू के सरस्वती धाम में टिकट काउंटरों का औपचारिक उद्घाटन किया गया है। इस वर्ष सरस्वती धाम में कुल 12 टिकट काउंटर स्थापित किए गए हैं, जिनमें से 6 काउंटर पहलगाम रूट के लिए और 6 काउंटर बालटाल रूट के लिए हैं। दोनों रूटों के लिए प्रतिदिन प्रत्येक 1000 टिकट उपलब्ध कराए जा रहे हैं। यात्रियों की सुविधा के लिए मौसम के मद्देनजर वॉटरप्रूफ वेटिंग रूम की भी व्यवस्था की गई है, ताकि बारिश या खराब मौसम के दौरान कोई असुविधा न हो।
जम्मू साउथ के एसडीएम मनु हंसा ने बताया कि टिकट काउंटर के अतिरिक्त दो वेटिंग एरिया बनाए गए हैं, एक पहलगाम और दूसरा बालटाल रूट पर जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए। ये काउंटर ही एकमात्र स्थान हैं जहां से श्रद्धालुओं को टिकट प्रदान किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अमरनाथ श्राइन बोर्ड की ओर से टिकटों की संख्या निर्धारित की जाती है और श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए टिकट का कोटा जारी किया जाता है।
यात्रा में भाग लेने के लिए कुछ आयु संबंधी दिशा-निर्देश भी जारी किए गए हैं। एसडीएम के अनुसार, इस वर्ष 13 वर्ष से कम उम्र के बच्चों और 70 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों को यात्रा में शामिल होने की अनुमति नहीं है। यह निर्णय उनकी सुरक्षा और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
देश के विभिन्न भागों से आए श्रद्धालुओं में जबर्दस्त उत्साह देखने को मिला। श्रद्धालुओं ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "हाल ही में पहलगाम में घटित हुई घटना चिंता का विषय है, लेकिन उन्हें भारतीय सेना पर पूरा भरोसा है।" उनका कहना है कि वे बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए कभी भी नहीं रुके और न ही भविष्य में रुकेगे। उन्होंने सभी देशवासियों से आग्रह किया कि वे इस पावन यात्रा में भाग लें और श्रद्धा के साथ जुड़े।
इससे पहले, यात्रा की तैयारियों का निरीक्षण करने के लिए जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक ड्राई रन का आयोजन किया गया। इस अभ्यास में एक काफिला जम्मू के भगवती नगर यात्री निवास से रवाना हुआ, जिसमें तीर्थयात्रियों और आवश्यक वस्तुएं ले जाने वाले वाहन शामिल थे। इस अभ्यास में सुरक्षाबलों और चिकित्सा टीमों ने भी भाग लिया। इसका उद्देश्य आपातकालीन स्थिति में यात्रा को सुरक्षित, व्यवस्थित और सुगम बनाना था।