क्या अनावश्यक अलार्म चेन पुलिंग के मामलों में वृद्धि चिंताजनक है? पूर्वी रेलवे के आंकड़े
सारांश
Key Takeaways
- अलार्म चेन केवल आपात स्थितियों में उपयोग करें।
- चेन पुलिंग के दुरुपयोग से ट्रेनों में देरी होती है।
- रेलवे द्वारा जागरूकता अभियानों का आयोजन किया जा रहा है।
- सजा का प्रावधान है, इसलिए सावधान रहें।
- सुरक्षा और आराम को प्राथमिकता दें।
कोलकाता, 4 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। ट्रेनों में अनावश्यक चेन पुलिंग की बढ़ती घटनाओं और इसके कारण होने वाली देरी से परेशान होकर, पूर्वी रेलवे ने यात्रियों को ज़िम्मेदारी से कार्य करने की सलाह दी है। रेलवे ने चेन पुलिंग के बढ़ते मामलों पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इससे ट्रेनों के संचालन में देरी होती है, और यात्रियों को भी कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
पूर्वी रेलवे ने गैर-आपातकालीन स्थितियों में यात्रियों द्वारा अलार्म चेन को अनुचित तरीके से खींचने की घटनाओं पर यात्रियों का ध्यान आकर्षित किया है। रेलवे ने कहा कि चेन पुलिंग के दुरुपयोग से ट्रेन का समय बाधित हो रहा है और सैकड़ों अन्य यात्रियों को असुविधा होती है। रेलवे ने कहा कि इस संबंध में लगातार जागरूकता अभियानों और प्रवर्तन उपायों के बावजूद, यात्रियों का एक वर्ग इसका गलत इस्तेमाल कर रहा है।
रेलवे ने बताया कि अलार्म चेन को केवल वास्तविक आपात स्थितियों (जैसे चिकित्सा संकट, दुर्घटनाएं, या तत्काल सुरक्षा खतरे) में उपयोग के लिए डिज़ाइन किया गया है। लेकिन कई मामलों में, यात्री साथी यात्रियों के इंतज़ार करने या अनिर्धारित स्टेशनों पर उतरने के प्रयास जैसे कारणों से चेन खींच देते हैं।
रेलवे ने कहा कि अलार्म चेन कोई दिखावा नहीं है। रेलवे ने यात्रियों से फिल्मों में दिखाए गए चेन पुलिंग के मामलों से प्रेरित न होने की अपील की है। रेलवे ने कहा कि रील लाइफ से अलग सच्चाई यह है कि अलार्म चेन को अनावश्यक रूप से खींचने पर सजा का प्रावधान है, जिसके परिणामस्वरूप जुर्माना या जेल भी हो सकती है।
पूर्वी रेलवे सभी यात्रियों से ज़िम्मेदारी से काम लेने और अलार्म चेन का दुरुपयोग न करने का आग्रह करता है। ऐसे कृत्य न केवल ट्रेनों में देरी करते हैं, बल्कि साथी यात्रियों की सुरक्षा और आराम से भी समझौता करते हैं।
1 जनवरी से 31 अक्टूबर 2025 तक, पूर्वी रेलवे के चार मंडलों में अलार्म चेन खींचने के कुल 3,839 मामले दर्ज किए गए, जिसके परिणामस्वरूप 3,651 अपराधियों को पकड़ा गया। मंडलवार आंकड़े इस प्रकार हैं:
आसनसोल मंडल में चेन पुलिंग के गलत इस्तेमाल के 1,223 मामले दर्ज किए गए हैं, जिसमें 1,191 यात्री पकड़े गए। मालदा मंडल में 1,278 मामले देखे गए, जिसमें 1,250 यात्री गिरफ्तार किए गए। हावड़ा डिवीजन में ऐसे ही 1,159 मामले रिकॉर्ड किए गए। इस संबंध में 1,032 यात्री गिरफ्तार किए गए। सियालदह डिवीजन में 179 मामले सामने आए और 178 यात्री गिरफ्तार किए गए।
अकेले अक्टूबर 2025 में अलार्म चेन खींचने के कारण कुल 98 लंबी दूरी की मेल/एक्सप्रेस ट्रेनें समय पर नहीं पहुंच पाईं।
पूर्वी रेलवे ने यात्रियों से अपील की है कि केवल वास्तविक आपात स्थिति में ही अलार्म चेन का उपयोग करें।