क्या कांग्रेस ने धर्मनिरपेक्षता का ढोंग कर देश का बंटवारा किया? : अनिल विज

सारांश
Key Takeaways
- अनिल विज ने कांग्रेस पर बंटवारे का आरोप लगाया।
- धर्मनिरपेक्षता का ढोंग करने का आरोप।
- 1947 का विभाजन पूरे देश का दर्द है।
- ध्वजारोहण की सूची में विवाद।
- राहुल गांधी की सुरक्षा पर सवाल उठाए गए।
अंबाला, 14 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। हरियाणा के कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने गुरुवार को अंबाला में मीडिया से बातचीत करते हुए कांग्रेस पर देश के विभाजन का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने धर्म के आधार पर देश का बंटवारा किया, जिसे कभी भी नहीं भुलाया जा सकता। विज ने स्पष्ट किया कि 1947 का विभाजन केवल उन लोगों का दुख नहीं है जो उस समय विस्थापित हुए या जिनके परिवार के लोग मारे गए, बल्कि यह पूरे देश का दर्द है।
अनिल विज ने कहा कि हिंदुस्तान का बंटवारा हिंदू और मुसलमान को अलग करके किया गया, जबकि कांग्रेस उस समय खुद को धर्मनिरपेक्ष पार्टी कहती थी। उन्होंने सवाल किया कि कांग्रेस के नेताओं ने धर्मनिरपेक्षता का हवाला देकर इस बंटवारे का विरोध क्यों नहीं किया और भारत माता को बांटने से क्यों नहीं रोका। विज ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने भारत मां के टुकड़े कर दिए। उन्होंने कहा कि अगर जरूरत थी तो उन्हें और लड़ाई लड़नी चाहिए थी, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया।
स्वतंत्रता दिवस समारोह की तैयारियों के बीच हरियाणा में ध्वजारोहण की सूची को लेकर भी विवाद खड़ा हो गया। तीन बार जारी हुई सूची में पहले दो बार कैबिनेट मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता अनिल विज का नाम नहीं था, जबकि तीसरी सूची में उनका नाम शामिल किया गया। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए विज ने कहा कि चाहे दूसरी बार हो या तीसरी बार, अगर उन्हें चांद पर भी तिरंगा फहराने का मौका मिले तो वह जरूर जाएंगे, यह तो फिर भी यमुनानगर है।
इस दौरान उन्होंने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर भी तंज कसा। हाल ही में राहुल गांधी के वकील की ओर से सुरक्षा को लेकर कोर्ट में याचिका दायर करने पर कहा कि राहुल गांधी के पास पहले से ही जेड प्लस सिक्योरिटी है, जो सुरक्षा का सर्वोच्च स्तर है। उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा कि अब सवाल यह है कि राहुल गांधी झूठ बोल रहे हैं या उनके वकील, पहले यह तय कर लेना चाहिए।