क्या बैंक में अब कुछ ही घंटों में चेक क्लियर होगा? आरबीआई ने पेश किया नया सिस्टम

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क्या बैंक में अब कुछ ही घंटों में चेक क्लियर होगा? आरबीआई ने पेश किया नया सिस्टम

सारांश

आरबीआई ने चेक ट्रंकेशन सिस्टम को नया रूप देते हुए क्लियरिंग प्रक्रिया को तेज करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। अब चेक कुछ घंटों में क्लियर होंगे, जिससे ग्राहकों को सरलता होगी। यह बदलाव वित्तीय प्रणाली को और अधिक प्रभावी बनाने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है।

Key Takeaways

  • चेक क्लियरिंग समय कुछ घंटों में होगा।
  • नया सिस्टम 4 अक्टूबर, 2025 से लागू होगा।
  • हर चेक का 'आइटम एक्सपायरी टाइम' होगा।
  • क्लिरिंग हाउस के माध्यम से चेक की इमेज का आदान-प्रदान होगा।
  • आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लिए एक नया ढांचा पेश किया गया है।

नई दिल्ली, १३ अगस्त (आईएएनस)। भारतीय रिजर्व बैंक ने बुधवार को चेक ट्रंकेशन सिस्टम (सीटीएस) को कंटीन्यूअस क्लिरिंग एंड सेटलमेंट ऑन रियलाइजेशन में बदलने का ऐलान किया। इस बदलाव से अब बैंक में चेक क्लियर होने का समय दो दिन से घटकर केवल कुछ घंटों तक रह जाएगा।

केंद्रीय बैंक ने यह कदम चेक क्लियरिंग प्रक्रिया को तेज करने के उद्देश्य से उठाया है।

आरबीआई ने बताया कि नया सिस्टम दो चरणों में लागू होगा। पहला चरण 4 अक्टूबर, 2025 से 3 जनवरी, 2026 तक चलेगा, जबकि दूसरा चरण 3 जनवरी के बाद से लागू होगा।

नए सिस्टम की कार्यप्रणाली के अनुसार, एक सिंगल प्रेजेंटेशन सेशन होगा, जिसमें चेक को सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक पेश करना होगा।

इस प्रक्रिया में चेक प्राप्त करने वाली बैंक को चेक को स्कैन करके क्लिरिंग हाउस को भेजना होगा। इसके बाद क्लिरिंग हाउस चेक की इमेज को राशि अदा करने वाले बैंक को भेजेगा।

कॉन्फॉर्मेशन सेशन सुबह 10 बजे से लेकर शाम 7 बजे तक होगा, जिसमें राशि अदा करने वाले बैंक को चेक पर सकारात्मक या नकारात्मक कॉन्फॉर्मेशन देनी होगी।

विशेष यह है कि हर चेक का एक 'आइटम एक्सपायरी टाइम' होगा, जिसके भीतर कॉन्फॉर्मेशन देना अनिवार्य है।

आरबीआई ने जानकारी दी है कि पहले चरण में सभी बैंकों के लिए चेक क्लियर करने का 'आइटम एक्सपायरी टाइम' शाम 7 बजे निर्धारित किया गया है। दूसरे चरण में यह घटकर तीन घंटे हो जाएगा, यानी बैंक को चेक पेश होने के तीन घंटे के भीतर क्लियर करना होगा।

सीटीएस के आने के बाद चेक के प्रेजेंटेशन की कोई एंट्री नहीं होगी।

इसके अलावा, आरबीआई ने वित्तीय क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के जिम्मेदार और नैतिक कार्यान्वयन हेतु एक ढांचा (फ्रीएआई) तैयार करने के लिए समिति की रिपोर्ट प्रस्तुत की।

रिपोर्ट में वित्तीय क्षेत्र में एआई के उपयोग को मार्गदर्शित करने के लिए एक रूपरेखा दी गई है, जिसका उद्देश्य संबंधित जोखिमों से सुरक्षा करते हुए इसकी क्षमता का सही तरीके से उपयोग करना है।

समिति ने एआई के उपयोग के लिए 7 सूत्र विकसित किए हैं, जिसमें 6 रणनीतिक स्तंभों के अंतर्गत 26 सुझाव शामिल हैं।

Point of View

मैं यह कह सकता हूँ कि भारतीय रिजर्व बैंक का यह निर्णय हमारे बैंकिंग सिस्टम में एक महत्वपूर्ण परिवर्तन लाएगा। चेक क्लियरिंग की प्रक्रिया को तेज करने से न केवल ग्राहकों को फायदा होगा, बल्कि यह वित्तीय क्षेत्र की दक्षता को भी बढ़ाएगा।
NationPress
23/08/2025

Frequently Asked Questions

आरबीआई का नया चेक क्लियरिंग सिस्टम कब लागू होगा?
नया चेक क्लियरिंग सिस्टम दो चरणों में लागू होगा। पहला चरण 4 अक्टूबर, 2025 से 3 जनवरी, 2026 तक होगा।
चेक क्लियर होने का समय कितना घटेगा?
चेक क्लियर होने का समय दो दिन से घटकर कुछ घंटों में हो जाएगा।
क्या हर चेक का एक आइटम एक्सपायरी टाइम होगा?
हाँ, हर चेक का एक 'आइटम एक्सपायरी टाइम' होगा, जिसके भीतर कॉन्फॉर्मेशन देना अनिवार्य है।