क्या बारापुला फेज-3 फ्लाईओवर परियोजना को मिली मंजूरी?

सारांश
Key Takeaways
- बारापुला फेज-3 फ्लाईओवर परियोजना को मिली मंजूरी
- दिल्ली में यातायात की समस्या को सुलझाने में मदद
- मयूर विहार से एम्स का सफर मात्र 20 मिनट में
- 90 प्रतिशत कार्य पूरा, जल्द शुरू होगा निर्माण
- सड़कों को सुगम और सुरक्षित बनाने की प्रतिबद्धता
नई दिल्ली, 8 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली-एनसीआर में यातायात की समस्या को कम करने वाली बारापुला फेज-3 फ्लाईओवर परियोजना को अब मंजूरी मिल चुकी है। इस परियोजना को केंद्रीय सशक्तिकरण समिति (सीईसी) से हरी झंडी प्राप्त हुई है। दिल्ली सरकार के मंत्री प्रवेश साहिब सिंह वर्मा ने इस विषय में जानकारी दी।
मंत्री प्रवेश वर्मा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखते हुए कहा कि पिछले दस वर्षों से बारापुला फेज-3 फ्लाईओवर परियोजना मंजूरी के लिए अटकी हुई थी। मुझे आज यह बताते हुए खुशी हो रही है कि सेंट्रल इनपाउड कमेटी (सीईसी) ने अंततः इसे हरी झंडी दे दी है।
उन्होंने बताया कि जब से मैंने अपने कार्य का आरंभ किया है, मैं इस मामले पर लगातार प्रयास कर रहा था। इस हरी झंडी के साथ, इस बहुप्रतीक्षित फ्लाईओवर का निर्माण कार्य आगे बढ़ेगा, जिससे दिल्ली में यातायात की भीड़भाड़ से राहत मिलेगी और लाखों लोगों के लिए दैनिक यात्रा में सुधार होगा।
प्रवेश वर्मा ने आगे कहा कि यह केवल एक परियोजना नहीं है, बल्कि यह दिल्ली की सड़कों को सुगम, सुरक्षित और मजबूत बनाने की प्रतिबद्धता का प्रतीक है। अब इंतजार खत्म हुआ। दिल्ली आगे बढ़ रही है।
बारापुला फेज-3 फ्लाईओवर कॉरिडोर के चालू होने के बाद मयूर विहार से एम्स तक का सफर केवल 20 मिनट में पूरा हो जाएगा, जिससे यात्रा और भी सुगम हो जाएगी। इस कॉरिडोर का 90 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है और जल्द ही शेष कार्य भी संपन्न किया जाएगा।
यह कॉरिडोर पूर्वी दिल्ली के मयूर विहार फेज वन को सीधे दक्षिण दिल्ली के एम्स से जोड़ेगा। पिछले वर्ष, 10 वर्षों से यह परियोजना अटकी हुई थी। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने केंद्रीय सशक्तिकरण समिति का गठन किया, जिसने इस कॉरिडोर की परियोजना को पूरा करने के लिए पेड़ों की कटाई की अनुमति दी है।