क्या जीएसटी सुधारों के बाद भारत में यात्री वाहनों की बिक्री में 22 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई?

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क्या जीएसटी सुधारों के बाद भारत में यात्री वाहनों की बिक्री में 22 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई?

सारांश

भारत में यात्री वाहनों की बिक्री में 22 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है, जो जीएसटी सुधारों और त्योहारी मांग का परिणाम है। रिपोर्ट के अनुसार, यह वृद्धि भारत के ऑटोमोटिव उद्योग में सकारात्मक संकेत देती है, जिसमें उत्पादन और बिक्री दोनों में सुधार हुआ है।

Key Takeaways

  • जीएसटी सुधारों के बाद यात्री वाहनों की बिक्री में बढ़ोतरी
  • होलसेल बिक्री में 19 प्रतिशत की वृद्धि
  • त्योहारी मांग का सकारात्मक प्रभाव
  • मोटरसाइकिल और स्कूटर की बिक्री में भी वृद्धि
  • भारतीय गाड़ियों का निर्यात बढ़ा

नई दिल्ली, 18 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत के यात्री वाहनों (पैसेंजर व्हीकल) उद्योग में नवंबर 2025 में महत्वपूर्ण वृद्धि देखने को मिली। त्योहारी सीजन के बाद भी लगातार मांग, जीएसटी दरों में कटौती और सर्दियों में शादी के मौसम के आगमन से गाड़ियों की मांग में वृद्धि हुई। इसने बिक्री और उत्पादन दोनों में सालाना आधार पर सकारात्मक इजाफा किया।

आईसीआरए की एक रिपोर्ट के अनुसार, नवंबर में गाड़ियों की रिटेल बिक्री पिछले साल की तुलना में 22 प्रतिशत बढ़ी। हालांकि, अक्टूबर में त्योहारों के कारण हुई बिक्री की तुलना में नवंबर में यह 29 प्रतिशत कम रही।

वहीं, होलसेल बिक्री (कंपनियों से डीलरों को गाड़ियों की आपूर्ति) भी 19 प्रतिशत बढ़कर 4.1 लाख गाड़ियों तक पहुंच गई, क्योंकि कंपनियों ने मांग को पूरा करने के लिए उत्पादन को जारी रखा।

रेटिंग एजेंसी का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2025-26 में होलसेल बिक्री में 1 से 4 प्रतिशत तक की वृद्धि हो सकती है। इसका कारण स्थिर मांग, जीएसटी में कटौती, नए मॉडल्स का लॉन्च होना और बाजार में बनी सकारात्मक स्थिति है।

रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2026 के पहले 8 महीनों में होलसेल बिक्री 3.6 प्रतिशत बढ़ी, जबकि रिटेल बिक्री 6.1 प्रतिशत बढ़ी है।

फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन के आंकड़ों के अनुसार, गाड़ियों की बिक्री में वृद्धि से डीलरों के पास रखा स्टॉक भी संतुलित हुआ है। सितंबर के अंत में जहां गाड़ियों का स्टॉक करीब 60 दिनों का था, नवंबर तक घटकर 44–46 दिन रह गया।

नवंबर में यात्री वाहनों की कुल बिक्री में यूटिलिटी वाहनों की हिस्सेदारी 67 प्रतिशत रही, जो अक्टूबर में 69 प्रतिशत थी, जबकि जीएसटी में कटौती के बाद मिनी, कॉम्पैक्ट और सुपर-कॉम्पैक्ट सेगमेंट में बिक्री में सुधार देखा गया।

रिपोर्ट में कहा गया है कि नवंबर महीने के दौरान भारत में तीन पहिया वाहनों की बिक्री में 21.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई और यह 71,999 यूनिट तक पहुंच गई, जबकि दो पहिया वाहनों की बिक्री में 21.2 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई, जो 19,44,475 यूनिट तक पहुंच गई है।

इसके अलावा, शहरी क्षेत्रों में ज्यादा मांग के कारण स्कूटरों की बिक्री में 29 प्रतिशत की शानदार वृद्धि हुई और इनकी बिक्री 7,35,753 यूनिट तक पहुंच गई। ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में स्थिर मांग के चलते मोटरसाइकिलों की बिक्री में 17.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई और यह 11,63,751 यूनिट तक पहुंच गई।

यात्री वाहनों की बढ़ती मांग के चलते नवंबर में तीन पहिया वाहनों की बिक्री में 24.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई और यह 59,446 यूनिट तक पहुंच गई। वहीं, मालवाहक वाहनों की बिक्री में 10.9 प्रतिशत की वृद्धि हुई और यह 10,874 यूनिट तक पहुंच गई।

रिपोर्ट में बताया गया कि भारत से यात्री वाहनों का निर्यात भी बढ़ा है। मध्य पूर्व और लैटिन अमेरिका जैसे देशों से मजबूत मांग के कारण भारतीय गाड़ियों की विदेशों में अच्छी बिक्री हो रही है।

Point of View

इसे लंबे समय के लिए बनाए रखना एक चुनौती होगी। हमें देखना होगा कि कंपनियां कैसे इन बदलावों का सामना करती हैं और कितनी जल्दी वे अपने उत्पादन को अनुकूलित कर पाती हैं।
NationPress
18/12/2025

Frequently Asked Questions

भारत में यात्री वाहनों की बिक्री में वृद्धि का मुख्य कारण क्या है?
मुख्य कारण जीएसटी दरों में कटौती, त्योहारी मांग, और सर्दियों में शादी के मौसम का आगमन है।
कितनी प्रतिशत वृद्धि हुई है?
नवंबर 2025 में यात्री वाहनों की रिटेल बिक्री में 22 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
होलसेल बिक्री में कितना इजाफा हुआ है?
होलसेल बिक्री 19 प्रतिशत बढ़कर 4.1 लाख गाड़ियों तक पहुंच गई है।
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