क्या एस जयशंकर 21 अगस्त को रूसी विदेश मंत्री से मुलाकात करेंगे?

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क्या एस जयशंकर 21 अगस्त को रूसी विदेश मंत्री से मुलाकात करेंगे?

सारांश

भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर 21 अगस्त को मॉस्को में सर्गेई लावरोव से द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा करेंगे। यह बैठक राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल की हालिया यात्रा के बाद हो रही है। दोनों मंत्री द्विपक्षीय एजेंडे और अंतरराष्ट्रीय सहयोग पर महत्वपूर्ण पहलुओं पर विचार करेंगे।

Key Takeaways

  • 21 अगस्त को मॉस्को में बैठक।
  • एस. जयशंकर और सर्गेई लावरोव के बीच द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा।
  • राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल की यात्रा के बाद की बैठक।
  • अंतरराष्ट्रीय सहयोग के महत्वपूर्ण पहलुओं पर विचार।
  • भारत-रूस संबंधों को मजबूत करने का अवसर।

मॉस्को, १३ अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर २१ अगस्त को रूस की राजधानी मॉस्को में अपने रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव के साथ बातचीत करेंगे। रूसी विदेश मंत्रालय ने बुधवार को इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि इस बैठक में द्विपक्षीय एजेंडे के प्रमुख मुद्दों और अंतरराष्ट्रीय ढांचों के तहत सहयोग के महत्वपूर्ण पहलुओं पर चर्चा की जाएगी।

रूसी विदेश मंत्रालय ने 'एक्स' प्लेटफार्म पर पोस्ट करते हुए लिखा, "२१ अगस्त को रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव, भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर के साथ मॉस्को में वार्ता करेंगे। मंत्री द्विपक्षीय एजेंडे के प्रमुख मुद्दों और अंतरराष्ट्रीय ढांचों के तहत सहयोग के महत्वपूर्ण पहलुओं पर चर्चा करेंगे।"

यह बैठक राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल की हाल की मॉस्को यात्रा के बाद हो रही है, जिसमें उन्होंने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, रूस के उप प्रधानमंत्री डेनिस मंतुरोव और सुरक्षा परिषद के सचिव सर्गेई शोइगु से मुलाकात की थी।

जयशंकर और लावरोव की यह मुलाकात जुलाई में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के विदेश मंत्रियों की बैठक के दौरान हुई वार्ता के बाद होगी। दोनों नेता पिछले महीने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के इतर भी मिले थे, जहां उन्होंने द्विपक्षीय सहयोग, पश्चिम एशिया, ब्रिक्स और एससीओ पर विचार-विमर्श किया था।

इस साल मार्च में विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने भी मॉस्को का दौरा कर रूसी उप विदेश मंत्री आंद्रे रुडेन्को के साथ द्विपक्षीय विदेश कार्यालय परामर्श किए थे। इन परामर्शों के दौरान दोनों पक्षों ने आपसी संबंधों की पूरी समीक्षा की और क्षेत्रीय व वैश्विक मुद्दों पर अपने दृष्टिकोण साझा किए थे।

दोनों पक्षों ने २०२४ में होने वाली प्रमुख उच्च-स्तरीय बैठकों और निर्णयों की प्रगति की भी समीक्षा की, जिनमें जुलाई २०२४ में मॉस्को में आयोजित २२वीं वार्षिक शिखर बैठक, कज़ान में १६वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति पुतिन की मुलाकात और नवंबर २०२४ में नई दिल्ली में हुई भारत-रूस अंतर-सरकारी आयोग की २५वीं बैठक शामिल हैं।

नवंबर २०२४ में, रूस के उप प्रधानमंत्री डेनिस मंतुरोव और जयशंकर ने नई दिल्ली में भारत-रूस अंतर-सरकारी आयोग की बैठक की संयुक्त अध्यक्षता भी की थी। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के भारत दौरे की भी योजना बनाई जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें इस वार्षिक बैठक की परंपरा के तहत भारत आने का निमंत्रण दिया है।

Point of View

बल्कि अंतरराष्ट्रीय सहयोग को भी बढ़ावा मिलेगा।
NationPress
23/08/2025

Frequently Asked Questions

बैठक का मुख्य उद्देश्य क्या है?
बैठक का उद्देश्य द्विपक्षीय मुद्दों और अंतरराष्ट्रीय सहयोग पर चर्चा करना है।
कब और कहाँ यह बैठक होगी?
यह बैठक 21 अगस्त को मॉस्को में होगी।
इस बैठक में कौन-कौन भाग लेंगे?
इस बैठक में भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर और रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव शामिल होंगे।
क्या इस बैठक का कोई पूर्व इतिहास है?
हाँ, यह बैठक अजीत डोभाल की हालिया यात्रा के बाद हो रही है।
इस बैठक का क्या महत्व है?
भारत और रूस के बीच के रिश्तों को मजबूत करना और सहयोग को बढ़ावा देना इस बैठक का प्रमुख महत्व है।