क्या भोपाल रेल मंडल में चेन खींचने के 3000 से अधिक मामले हुए हैं?

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क्या भोपाल रेल मंडल में चेन खींचने के 3000 से अधिक मामले हुए हैं?

सारांश

भोपाल रेल मंडल में चेन खींचकर गाड़ियों को रोकने की घटनाओं में वृद्धि हुई है। रेलवे प्रशासन ने 3000 से अधिक मामले दर्ज किए हैं और यात्रियों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए सख्त कदम उठाए हैं। जानिए इसके पीछे का कारण और रेलवे की सुरक्षा पहल।

Key Takeaways

  • भोपाल रेल मंडल में चेन खींचने के 3000 से अधिक मामले दर्ज हुए हैं।
  • इमरजेंसी अलार्म चेन का अनुचित उपयोग बढ़ रहा है।
  • रेल प्रशासन ने सुरक्षा के लिए कठोर कदम उठाए हैं।
  • सुरक्षा के लिए सभी यात्रियों को जिम्मेदारी से सफर करना चाहिए।
  • अलार्म चेन का उपयोग केवल वास्तविक आपात स्थिति में ही करें।

भोपाल, 12 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल क्षेत्र के रेल मंडल में चेन खींचकर गाड़ियों को रोकने की बढ़ती घटनाओं पर रोक लगाने के लिए रेल प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं, और यही कारण है कि 3000 से ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं।

यात्रियों की सुरक्षा और आपातकालीन परिस्थितियों में त्वरित सहायता के उद्देश्य से भारतीय रेल प्रत्येक यात्री कोच में इमरजेंसी अलार्म चेन की सुविधा प्रदान करती है। यह सुविधा केवल गंभीर एवं वास्तविक आपात स्थिति में ट्रेन को रोककर यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए है। लेकिन हाल के दिनों में इस सुविधा के अनुचित उपयोग के मामले चिंताजनक रूप से बढ़ गए हैं, जिससे न केवल ट्रेनों का समयबद्ध संचालन प्रभावित हो रहा है, बल्कि अन्य यात्रियों को भी अनावश्यक असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।

वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त डॉ. अभिषेक के निर्देशन में भोपाल मंडल के विभिन्न स्टेशनों पर रेलवे सुरक्षा बल द्वारा विशेष जागरूकता एवं चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान यात्रियों को नियमों की जानकारी देने के साथ-साथ अलार्म चेन के अनुचित उपयोग पर कड़ी कार्यवाही की जा रही है। रेलवे की ओर से आधिकारिक तौर पर दी गई जानकारी के अनुसार जुलाई 2025 तक भोपाल मंडल के रानी कमलापति, भोपाल, इटारसी, हरदा, विदिशा, बीना, गुना, शिवपुरी सहित अन्य स्टेशनों और आउटर क्षेत्रों में अलार्म चेन के दुरुपयोग के कुल 3,383 मामले दर्ज किए गए हैं।

इनमें से 2,981 मामलों में रेलवे अधिनियम के तहत कानूनी कार्रवाई की जा चुकी है, जबकि शेष 402 मामलों की जांच जारी है। कई मामलों में दोषियों को जेल भी जाना पड़ा है। रेल अधिनियम की धारा 141 के अनुसार, बिना उचित कारण अलार्म चेन खींचने पर एक वर्ष तक का कारावास, 1,000 रुपये तक का जुर्माना या दोनों का प्रावधान है। रेल प्रशासन का कहना है कि चेन कोई खिलौना नहीं है; जिम्मेदारी से सफर करें। साथ ही यात्रियों से अपील है कि यात्रा के दौरान इमरजेंसी अलार्म चेन का उपयोग केवल वास्तविक आपात स्थिति में ही करें, ताकि सभी की यात्रा सुरक्षित, समयबद्ध और सुगम बनी रहे।

Point of View

लेकिन यात्रियों को भी अपनी जिम्मेदारियों को समझना होगा। एक जागरूक और जिम्मेदार यात्री ही रेलवे को सुरक्षित और सुगम बना सकता है।
NationPress
23/08/2025

Frequently Asked Questions

भोपाल रेल मंडल में चेन खींचने का क्या कारण है?
चेन खींचने की घटनाएँ यात्री सुरक्षा के लिए इमरजेंसी अलार्म चेन के अनुचित उपयोग के कारण हो रही हैं।
रेलवे प्रशासन ने कितने मामले दर्ज किए हैं?
भोपाल मंडल में अब तक 3,383 मामले दर्ज किए गए हैं।
इन मामलों में क्या कार्रवाई की गई है?
2,981 मामलों में रेलवे अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है, जबकि 402 मामलों की जांच जारी है।
चेन खींचने पर क्या सजा हो सकती है?
बिना उचित कारण चेन खींचने पर एक वर्ष तक का कारावास या 1,000 रुपये का जुर्माना हो सकता है।
यात्री अलार्म चेन का उपयोग कब कर सकते हैं?
यात्री केवल वास्तविक आपात स्थिति में ही अलार्म चेन का उपयोग करें।