क्या बोकारो में नकली विदेशी शराब फैक्ट्री पर छापा पड़ा? 11 गिरफ्तार, 17 लाख की शराब और 13 लग्जरी गाड़ियां जब्त
सारांश
Key Takeaways
- बोकारो में नकली शराब का बड़ा कारोबार पकड़ा गया है।
- गिरोह ने झारखंड और बिहार में शराब की सप्लाई की थी।
- पुलिस ने 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया।
- 17 लाख रुपये की शराब और 13 लग्जरी गाड़ियां जब्त की गईं।
- गिरोह का मुख्य सरगना फरार है।
बोकारो, 2 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड के बोकारो जिले में एक बड़ी नकली विदेशी शराब बनाने की फैक्ट्री का खुलासा हुआ है। झारखंड एटीएस, बिहार मद्य निषेध इकाई और पुलिस की संयुक्त टीम ने रविवार को इस अवैध कारोबार में शामिल 11 लोगों को गिरफ्तार किया।
मौके से लगभग 17 लाख रुपये मूल्य की अवैध विदेशी शराब, 1,563 लीटर तैयार शराब, 360 लीटर स्प्रिट, दो पैकिंग मशीनें और 13 लग्जरी गाड़ियां जब्त की गई हैं।
एसडीपीओ पीके सिंह ने बताया कि छापेमारी जिले के नंदुआ स्थित गोपाल सिंह के मकान पर की गई, जहां बड़ी मात्रा में नकली विदेशी शराब का निर्माण और पैकिंग का कार्य चल रहा था। मौके पर कई धंधेबाजों को रंगे हाथ पकड़ा गया। पुलिस ने वहां से शराब बनाने में उपयोग होने वाले उपकरण, खाली बोतलें, लेबल और रैपर भी बरामद किए।
जांच में पता चला है कि यह गिरोह झारखंड और बिहार के कई जिलों में नकली विदेशी शराब की सप्लाई करता था। आरोपी सस्ते स्प्रिट में फ्लेवर और रंग मिलाकर नकली ब्रांड तैयार करते थे और उसे महंगे दामों पर बेचते थे।
गिरोह का नेटवर्क इतना मजबूत था कि बिहार में शराबबंदी के बावजूद विदेशी शराब की सप्लाई जारी थी। ऑडी, सफारी और एंडेवर जैसी लग्जरी गाड़ियों से शराब की खेप की ढुलाई की जाती थी। गिरफ्तार आरोपियों में सौरभ कुमार सिंह, शिवजी गुप्ता, गणेश गोराई, रितेश कुमार सिंह, उत्तम गोराई, संजीव कुमार, रोहित कुमार, बजरंग स्वर्णकार, विकास कुमार, सन्नी कुमार और चंदन कुमार सिंह शामिल हैं।
गिरोह का मुख्य सरगना गोपाल सिंह फिलहाल फरार है। पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम गठित की है। गिरोह से जुड़े अन्य लोगों की पहचान की जा रही है। यह छापेमारी चीरा चास थाना प्रभारी चंदन कुमार दुबे के नेतृत्व में की गई, जिसमें झारखंड एटीएस और बिहार मद्य निषेध इकाई की टीमों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।