क्या अंतर्राष्ट्रीय साइबर क्राइम और ह्यूमन ट्रैफिकिंग गैंग का पर्दाफाश हुआ? 2 आरोपी गिरफ्तार

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क्या अंतर्राष्ट्रीय साइबर क्राइम और ह्यूमन ट्रैफिकिंग गैंग का पर्दाफाश हुआ? 2 आरोपी गिरफ्तार

सारांश

इस खबर में जानें कैसे मीरा-भायंदर की पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय साइबर क्राइम और ह्यूमन ट्रैफिकिंग गैंग का पर्दाफाश किया। दो आरोपियों की गिरफ्तारी और विदेशी नागरिकों के शामिल होने की आशंका ने इस मामले को और भी गंभीर बना दिया है। क्या और लोग भी शामिल हैं? जानें पूरी कहानी।

Key Takeaways

  • साइबर क्राइम और ह्यूमन ट्रैफिकिंग के खिलाफ जागरूकता बढ़ाना जरूरी है।
  • पुलिस की सक्रियता से बड़े अपराधों का पर्दाफाश संभव है।
  • जनता की मदद से अपराधियों को पकड़ने में आसानी होती है।
  • ह्यूमन ट्रैफिकिंग के मामलों में पीड़ितों की संख्या बढ़ सकती है।
  • संदिग्ध गतिविधियों की सूचना देने में सतर्क रहना चाहिए।

मीरा-भायंदर, 4 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र के मीरा-भायंदर और वसई विरार पुलिस आयुक्तालय के अंतर्गत आने वाली क्राइम ब्रांच यूनिट-1 ने एक महत्वपूर्ण कार्रवाई की है। पुलिस ने नौकरी दिलाने के बहाने साइबर क्राइम और ह्यूमन ट्रैफिकिंग करने वाली गैंग का पर्दाफाश किया है। इस मामले में पुलिस ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनसे पूछताछ के दौरान विदेशी नागरिकों के नाम भी सामने आने की संभावना जताई जा रही है।

पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ लोग अंतरराष्ट्रीय साइबर क्राइम और ह्यूमन ट्रैफिकिंग की गतिविधियों में संलग्न हैं। ये लोग पहले लोगों को थाईलैंड भेजते थे, और वहां से सड़क मार्ग से म्यान्मार भेजा जाता था, जहां उन्हें जबरदस्ती साइबर क्राइम में शामिल किया जाता था। जो व्यक्ति इसका विरोध करता था, उसे प्रताड़ित किया जाता था।

पुलिस के अनुसार, इस गैंग में विदेशी नागरिक भी शामिल थे। इस बड़े ऑपरेशन में पुलिस ने दो प्रमुख आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें से एक आरोपी मीरा-भायंदर का निवासी है, जबकि दूसरा तेलंगाना राज्य का बताया गया है। हालांकि, पुलिस का दावा है कि इस मामले में और भी लोग शामिल हो सकते हैं, और आगे की जांच जारी है।

पुलिस ने बताया कि अब तक करीब 10 से 12 लोगों की ह्यूमन ट्रैफिकिंग की पुष्टि हुई है। यह संख्या भविष्य में बढ़ने की संभावना भी है। फिलहाल 5 पीड़ितों की पहचान की गई है जो भारत वापस लौट चुके हैं। बताया जा रहा है कि इन पीड़ितों के परिवार और मित्रों से भारी रकम वसूली गई थी।

मीरा-भायंदर वसई विरार पुलिस आयुक्तालय के अधिकारी निकेत कौशिक ने बताया कि इस मामले में पुलिस की टीम पूरी तरह से सतर्क है और दोषियों को गिरफ्तार कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने सभी से अपील की है कि यदि उन्हें ऐसी धोखाधड़ी या संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी मिलती है, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें ताकि अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जा सके।

Point of View

NationPress
05/10/2025

Frequently Asked Questions

इस गैंग का मुख्य उद्देश्य क्या था?
इस गैंग का मुख्य उद्देश्य लोगों को नौकरी दिलाने के नाम पर धोखा देना और उन्हें ह्यूमन ट्रैफिकिंग के जरिए जबरदस्ती साइबर क्राइम में शामिल करना था।
पुलिस ने कितने आरोपियों को गिरफ्तार किया है?
पुलिस ने इस मामले में 2 प्रमुख आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
क्या इस गैंग में विदेशी नागरिक भी शामिल हैं?
हां, पुलिस के अनुसार इस गैंग में विदेशी नागरिकों का भी शामिल होना संभव है।
क्या पीड़ितों की संख्या बढ़ सकती है?
जी हां, पुलिस ने अब तक 10 से 12 पीड़ितों की पुष्टि की है और संख्या बढ़ने की संभावना है।
क्या लोग इस मामले की जानकारी पुलिस को दे सकते हैं?
बिल्कुल, पुलिस ने सभी से अपील की है कि यदि उन्हें कोई संदिग्ध गतिविधि नजर आए तो तुरंत सूचित करें।