क्या दिल्ली में क्राइम ब्रांच ने काला जठेड़ी गैंग के दो शूटरों को गिरफ्तार किया?
सारांश
Key Takeaways
- दिल्ली पुलिस ने काला जठेड़ी गैंग के दो शूटरों को गिरफ्तार किया।
- गिरफ्तारी में दो देसी कट्टे और कारतूस बरामद हुए।
- पुलिस की एनआर-आईआई टीम ने यह ऑपरेशन अंजाम दिया।
- दोनों आरोपी कंझावला गोलीबारी में शामिल थे।
- पुलिस ने इस गैंग की गतिविधियों पर नजर बनाए रखी है।
नई दिल्ली, १ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने प्रियवर्त काला उर्फ काला जठेड़ी गैंग के दो कुख्यात शूटरों को गिरफ्तार कर एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। दोनों आरोपी कंझावला थाना क्षेत्र में हुए गोलीबारी के मामले में वांछित थे। गिरफ्तारी के समय पुलिस ने उनके पास से दो देसी कट्टे और दो जिंदा कारतूस बरामद किए।
एसीपी नरेंद्र बेनीवाल और इंस्पेक्टर नीरज शर्मा के नेतृत्व में क्राइम ब्रांच की एनआर-आईआई टीम ने यह सफलता प्राप्त की। आरोपी प्रिंस उर्फ सनी (२२ वर्ष, निवासी कटेवाड़ा, दिल्ली) थाना बवाना का एक सक्रिय अपराधी है, जिसके खिलाफ पहले से १४ मामले दर्ज हैं, जिनमें चोरी, आर्म्स एक्ट और गोलीबारी शामिल हैं।
दूसरा आरोपी सुमित राणा (२५ वर्ष, निवासी सोहटी, सोनीपत, हरियाणा) पर चार मामले दर्ज हैं। दोनों गैंग के सरगना काला जठेड़ी के निर्देश पर इलाके में दबदबा बनाए रखने के लिए अपराध करते थे। प्रियवर्त काला फिलहाल एमसीओसीए के एक मामले में जेल में बंद है।
घटना १४ अक्टूबर की रात हुई थी। कुतुबगढ़, दिल्ली में तीन अपराधियों ने एक फूल की दुकान पर ताबड़तोड़ फायरिंग की। इस दौरान प्रत्यक्षदर्शी जगबीर पर निशाना साधा गया। लेकिन, वह बाल-बाल बच गया। शिकायतकर्ता ने हमलावरों के नाम सुमित, आशु और सनी बताए थे। यह हमला दुकानदार को डराने-धमकाने के लिए किया गया था। कंझावला थाने में एफआईआर दर्ज की गई।
क्राइम ब्रांच की एनआर-आईआई यूनिट वांछित अपराधियों पर कार्रवाई तेज कर रही है। ३१ अक्टूबर की रात हेड कांस्टेबल विकास डबास को गुप्त सूचना मिली कि कंझावला फायरिंग मामले के वांछित सुमित और सनी खेड़ा खुर्द से सेक्टर-२७ रोहिणी आ रहे हैं। उनके पास हथियार हैं और वे डकैती की योजना बना रहे हैं।
सूचना पर इंस्पेक्टर नीरज शर्मा के नेतृत्व में एसआई प्रीतम चंद, एएसआई संजीव कुमार, एचसी विकास डबास, एचसी प्रदीप डबास और एचसी अशोक कुमार की टीम तैनात की गई।
रात करीब ११:१५ बजे केंद्रीय विद्यालय, सेक्टर-२७ रोहिणी के पास तुगलक रोड पर मुखबिर की मदद से दोनों को घेर लिया गया। तलाशी में उनके पास से दो देसी कट्टे और दो जिंदा कारतूस बरामद किए गए। पूछताछ में उन्होंने कबूल किया कि प्रियवर्त काला के निर्देश पर कटेवाड़ा दुकान पर फायरिंग की थी। हथियार हरियाणा से खरीदे गए थे। सनी ने २०२३ में भी मोती नगर में इसी गैंग के लिए फायरिंग की थी।