क्या झूठे शिक्षा क्रांति और विकास के दावे रोज खुल रहे हैं? : मंत्री आशीष सूद

सारांश
Key Takeaways
- दिल्ली की शिक्षा स्थिति पर गंभीर चिंता है।
- जल भराव के कारण स्कूलों में पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
- राजनीतिक आरोप और जवाबों का सिलसिला जारी है।
नई दिल्ली, 14 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के 'दिल्ली की हालात' पर किए गए ट्वीट का मंत्री आशीष सूद ने जवाब दिया। उन्होंने कहा कि आप नेता ने बेशर्मी की सभी सीमाएं पार कर दी हैं। झूठे शिक्षा क्रांति और विकास के दावे हर दिन उजागर हो रहे हैं।
मंत्री आशीष सूद ने मीडिया से बातचीत में कहा कि अरविंद केजरीवाल ने एक साधारण पोस्ट किया और दिल्ली की समस्याओं के लिए भाजपा को दोषी ठहराया। उन्हें पंजाब में रात 8 बजे से कुछ मिनट पहले यह ट्वीट करने का अवसर मिला।
उन्होंने कहा कि शिक्षा क्रांति का ढिंढोरा पीटने वाली सरकार और विकास पुरुष का दावा करने वाले केजरीवाल की सरकार ने दिल्ली की जो स्थिति बनाई है, वह चाहती है कि बस पांच महीने में सब कुछ बदल जाएगा। हमारे बच्चे उनके किए गए कुकर्मों के कारण परेशान हैं। दिल्ली में निठारी में छह सरकारी स्कूल हैं। ये स्कूल 'आप' के कार्यकाल से पहले और बाद में बनते रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इन स्कूलों में 2020 से लगातार पानी भरने की शिकायतें मिल रही हैं। पानी भरने के कारण बच्चों को छुट्टी देनी पड़ी है। 2020 में तथाकथित विकास पुरुष और शिक्षा क्रांति के दो जनक की सरकार थी।
उन्होंने आरोप लगाया कि जांच में पता चला है कि आसपास एक तालाब था, जिसे अरविंद केजरीवाल की सरकार ने भू-माफिया के दबाव में पक्का कर दिया था, जिससे जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हुई। हमारे पास इस तालाब को विधायक निधि से पक्का करने की अपुष्ट जानकारी है।
मंत्री आशीष सूद ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर कहा कि दिल्ली के छह स्कूलों को आसपास के क्षेत्रों में तथाकथित विकास के कारण जलभराव के कारण बंद करना पड़ा है। मैं जिम्मेदारी से एक दस्तावेज पेश कर रहा हूँ, जिसमें दिखाया गया है कि 2020 से शिक्षा विभाग ने इन मुद्दों के बारे में बार-बार लिखा है।
उन्होंने कहा कि विधायक निधि के संदर्भ में जल्द ही खुलासा करूँगा। अरविंद केजरीवाल पंजाब में बैठकर कहते हैं कि दिल्ली की स्थिति खराब हो गई है। इस स्थिति के जिम्मेदार खुद केजरीवाल हैं।