क्या कांग्रेस को दोषारोपण की बजाय आत्मावलोकन करना चाहिए?

सारांश
Key Takeaways
- आत्मावलोकन की आवश्यकता है
- कांग्रेस को अपने कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित करना चाहिए
- वोटर लिस्ट की जांच जरूरी है
- दोषारोपण से बेहतर है सुधार
- सीकर में गजेंद्र सिंह शेखावत का बयान
सीकर, 17 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने रविवार को सीकर के एक दिवसीय दौरे के दौरान विपक्ष द्वारा लगाए गए वोट चोरी के आरोपों का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को दोषारोपण करने की बजाय आत्मावलोकन करना चाहिए।
सीकर में मीडिया से बातचीत करते हुए, शेखावत ने लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के चुनाव आयोग पर लगाए गए वोट चोरी के आरोपों पर प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा, "कांग्रेस पार्टी में अब कोई ऑर्गेनाइजेशन सेटअप नहीं बचा है। जब वोटर लिस्ट का प्रकाशन होता है, क्या यह हमारी जिम्मेदारी नहीं है कि हम यह जांचें कि क्या हमारा नाम उसमें है या नहीं?"
उन्होंने आगे कहा, "क्या किसी राजनीतिक पार्टी के कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी नहीं है कि वे वोटर लिस्ट को चेक करें और देखें कि किसी का नाम छूटा है या नहीं? हर वोटर लिस्ट के प्रकाशन का एक अवसर होता है। इसके बावजूद वोटर लिस्ट के शुद्धिकरण की एक सतत प्रक्रिया चलती है।"
शेखावत ने कहा, "आरोप लगाने की बजाय, राहुल गांधी, जिनकी पार्टी देश की सबसे पुरानी पार्टी है और जिसने 55 वर्षों तक शासन किया, को अपने कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित करने की आवश्यकता है। उन्हें यह समझने की आवश्यकता है कि कहां कमी रह गई है।"
उन्होंने कहा, "कांग्रेस को वोटर लिस्ट की चेकिंग को सही तरीके से करना चाहिए। राहुल गांधी को चुनाव आयोग और भारतीय जनता पार्टी पर मिथ्या आरोप लगाने की बजाय अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को संगठित कर वोटर लिस्ट को सुधारने का कार्य करना चाहिए।"