क्या गिरिडीह में महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत, दहेज के लिए हत्या का आरोप?

सारांश
Key Takeaways
- गिरिडीह में एक महिला की संदिग्ध मौत ने दहेज प्रथा के मुद्दे को उजागर किया है।
- पुलिस मामले की जांच कर रही है और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
- मृतका के पिता ने ससुराल वालों पर दहेज के लिए हत्या का आरोप लगाया है।
- दहेज प्रथा के खिलाफ समाज में जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है।
- इस तरह के मामलों में पीड़ित परिवार को न्याय मिलना जरूरी है।
गिरिडीह, 20 जून (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड के गिरिडीह जिले के बिरनी प्रखंड क्षेत्र के पूर्वी बलगो गांव में शुक्रवार को एक महिला गुलेशा खातून की उसके ससुराल में संदेहास्पद परिस्थितियों में मृत्यु हो गई। इस घटना के बाद उसका पति और घर के सभी सदस्य फरार हो गए।
मृतका के पिता और परिवार ने दहेज के लिए हत्या का आरोप लगाते हुए पुलिस थाने में एक एफआईआर दर्ज कराई है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए गिरिडीह सदर अस्पताल भेज दिया है।
भरकट्ठा पुलिस ओपी (आउटपोस्ट) के प्रभारी अमन कुमार ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। प्रथमदृष्ट्या यह हत्या का मामला प्रतीत हो रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मृत्यु का कारण स्पष्ट हो सकेगा। पिता द्वारा की गई शिकायत के आधार पर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
मृतका गुलेशा खातून के पिता शकूर अंसारी ने बताया कि उन्होंने तीन साल पहले उसकी शादी एनुल अंसारी के साथ की थी। शादी के तुरंत बाद ससुराल वाले दहेज में गाड़ी और पैसे की मांग करने लगे। पैसे न देने पर ससुराल वाले उनकी बेटी के साथ मारपीट करते थे। उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले कुछ महीनों से उनके दामाद का दूसरी महिला के साथ अवैध संबंध चल रहा था।
पिता ने बताया कि इस बारे में गुलेशा को जानकारी थी, और जब वह विरोध करती तो उसे जान से मारने की धमकी दी जाती थी। प्रताड़ना से परेशान गुलेशा कुछ दिन पहले गिरिडीह के चिरूडीह स्थित अपने मायके में रह रही थी। गुरुवार की शाम उसका पति उसे अपने घर ले गया और इसके बाद शुक्रवार को उन्हें सूचना मिली कि गुलेशा की मृत्यु हो गई है। जब वे घर पहुंचे, तो पति और ससुराल के सभी लोग फरार मिले। घटना की जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में लोग मौके पर जुट गए।