क्या इंडिया ब्लॉक की सरकार बनने पर माफियाओं की खैर नहीं?

Click to start listening
क्या इंडिया ब्लॉक की सरकार बनने पर माफियाओं की खैर नहीं?

सारांश

बिहार कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने माफियाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का वादा किया है। अगर इंडिया ब्लॉक की सरकार बनती है, तो माफिया नर्क या जेल में होंगे। यह बिहार के भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ है, जानें क्या हैं उनके दावों के पीछे के तर्क।

Key Takeaways

  • इंडिया ब्लॉक की सरकार बनने पर माफियाओं के खिलाफ कठोर कदम उठाए जाएंगे।
  • कांग्रेस ने 12 प्रकार के माफियाओं की पहचान की है।
  • महिलाओं को माइक्रोफाइनेंस के जाल से बाहर निकालने के लिए कार्रवाई की जाएगी।
  • रेत माफियाओं के खिलाफ विशेष टास्क फोर्स का गठन किया जाएगा।
  • भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई जाएगी।

पटना, 10 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद अखिलेश सिंह ने शुक्रवार को यह दावा किया कि यदि बिहार में इंडिया ब्लॉक की सरकार बनती है, तो वह सक्रिय माफियाओं के खिलाफ कड़ी और निर्णायक कार्रवाई करेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने पहले ही 12 प्रकार के माफियाओं की पहचान कर ली है, जिन्होंने पिछले 20 वर्षों से बिहार को अपनी गिरफ्त में रखा है।

पटना में मीडिया को संबोधित करते हुए राज्यसभा सांसद ने कहा कि जैसे ही इंडिया ब्लॉक की सरकार बनेगी, बिहार माफिया मुक्त हो जाएगा। माफियाओं के लिए केवल दो ही स्थान होंगे: नर्क या जेल। उनके पास दो ही उपाय हैं: पीठ में गोली और पेट में लात

कांग्रेस नेता ने मौजूदा एनडीए सरकार पर बड़े पैमाने पर लूटपाट और जबरन वसूली का आरोप लगाया। उन्होंने माइक्रोफाइनेंस, भूमि, रेत, शराब, ठेका, शिक्षा, भर्ती, खनन, स्वास्थ्य और मिलावट माफिया सहित विभिन्न प्रकार के माफियाओं को सूचीबद्ध किया और प्रत्येक के खिलाफ सख्त कार्रवाई का वादा किया।

उन्होंने बताया कि नौ लाख से अधिक महिलाएं माइक्रोफाइनेंस ऋण के जाल में फंसी हुई हैं, जो अक्सर वसूली एजेंटों के उत्पीड़न और हिंसा का सामना करती हैं। कांग्रेस सांसद ने कहा कि हम उनके ऋणों की वसूली के लिए कार्रवाई करेंगे और जिम्मेदार लोगों की संपत्ति को जब्त करेंगे।

उन्होंने कहा कि रेत माफियाओं के खिलाफ एक विशेष टास्क फोर्स और ड्रोन निगरानी तैनात की जाएगी। इसके अलावा, ठेका और भ्रष्टाचार से जुड़े माफियाओं पर लगाम लगाने के लिए सभी लोक निर्माण परियोजनाओं के लिए ई-टेंडरिंग अनिवार्य कर दी जाएगी।

उन्होंने रिश्वतखोर अधिकारियों के प्रति जीरो टॉलरेंस और ट्रांसफर-पोस्टिंग माफिया पर कड़ी निगरानी का भी वादा किया। उन्होंने कहा कि कॉन्ट्रैक्ट किलिंग नेटवर्क को समाप्त करने के लिए एक विशेष जाँच दल (एसआईटी) और अंतरराज्यीय समन्वय का गठन किया जाएगा।

मौजूदा सरकार पर बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि इस सरकार के मंत्रियों को भारी मात्रा में पैसा मिल रहा है। यह पैसा कहां से आ रहा है? यह बेलगाम भ्रष्टाचार की सरकार है, उनकी जगह जेल में है। मैं भी मंत्री रहा हूं, लेकिन मेरे पास पटना में एक घर के अलावा कुछ नहीं है।

वरिष्ठ कांग्रेस पर्यवेक्षकों द्वारा राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से मुलाकात न करने की खबरों पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने दोनों सहयोगियों के बीच किसी भी तनाव की बात को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि ऐसा कोई मुद्दा नहीं था। लालू प्रसाद का दरवाजा हमेशा खुला है।

Point of View

लेकिन इसे लागू करना कितना संभव है, यह देखना होगा। इस संदर्भ में, सरकार की भूमिका और जिम्मेदारी महत्वपूर्ण है।
NationPress
10/10/2025

Frequently Asked Questions

इंडिया ब्लॉक का गठन कब हुआ?
इंडिया ब्लॉक का गठन हाल ही में विभिन्न राजनीतिक दलों के सामूहिक प्रयास से हुआ है।
अखिलेश सिंह कौन हैं?
अखिलेश सिंह बिहार कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वर्तमान में राज्यसभा सांसद हैं।
कौन से माफिया प्रकारों का उल्लेख किया गया है?
उन्होंने माइक्रोफाइनेंस, भूमि, रेत, शराब, ठेका, शिक्षा, भर्ती, खनन, स्वास्थ्य और मिलावट माफिया का उल्लेख किया।
कौन सी कार्रवाई की जाएगी?
कड़ी कार्रवाई के तहत माफियाओं के खिलाफ विशेष टास्क फोर्स और ड्रोन निगरानी का गठन किया जाएगा।
क्यों माफियाओं का अंत जरूरी है?
माफियाओं के कारण बिहार में भ्रष्टाचार और अस्थिरता फैली हुई है, जिसे समाप्त करना आवश्यक है।