क्या जन सुराज ने पंचायत से लेकर प्रदेश स्तर तक की सभी समितियों को भंग कर दिया?
सारांश
Key Takeaways
- जन सुराज ने सभी समितियों को भंग किया।
- आगामी 21 दिसंबर को सामान्य परिषद की बैठक होगी।
- पार्टी ने नए संगठन निर्माण की योजना बनाई है।
पटना, 22 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव का प्रभाव अब राजनीतिक दलों में दिखाई देने लगा है। बिहार में भयानक हार के बाद, जन सुराज ने पंचायत से लेकर प्रदेश स्तर तक की सभी समितियों को भंग कर दिया है। पार्टी ने कहा है कि सभी समितियों को तत्काल प्रभाव से भंग किया गया है और अगले डेढ़ महीने में नए सिरे से संगठन का निर्माण किया जाएगा।
पार्टी का प्रवक्ता सैयद मसीह उद्दीन ने बताया कि पटना में शनिवार को आयोजित जन सुराज की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में यह निर्णय लिया गया है। राष्ट्रीय अध्यक्ष की अनुपस्थिति में प्रदेश अध्यक्ष मनोज भारती ने बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में पार्टी के प्रमुख सदस्य प्रशांत किशोर भी मौजूद रहे। इस निर्णय के अनुसार, भंग की गई समितियाँ नए संगठन के निर्माण तक अपना कार्य करती रहेंगी।
पार्टी ने अपने वरिष्ठ नेताओं को राज्य के सभी 12 प्रमंडलों की जिम्मेदारी सौंपी है, जो नए सिरे से प्रभावी और क्रियाशील संगठनात्मक ढांचा तैयार करेंगे। उन्होंने बताया कि 21 दिसंबर को पटना में पार्टी की सामान्य परिषद की बैठक बुलाई गई है, जहाँ पार्टी का शीर्ष नेतृत्व जिले के प्रमुख नेताओं से चुनाव और संगठन से संबंधित अनुभवों पर चर्चा करेगा और आगामी रणनीति पर गहन विचार-विमर्श होगा।
बैठक में भारत के पूर्व वाइस चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल एसके सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री रामचंद्र प्रसाद सिंह, और वरिष्ठ अधिवक्ता वाईवी गिरि भी उपस्थित रहेंगे।
गौरतलब है कि बिहार चुनाव में जन सुराज को कोई भी सीट नहीं मिली है। प्रशांत किशोर की पार्टी ने इस चुनाव में बिना किसी गठबंधन के अकेले चुनावी मैदान में उतरी थी।