क्या सरकार के प्रयासों से जंगल सफारी पर्यटन को मिली एक नई पहचान?: पुष्कर सिंह धामी

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क्या सरकार के प्रयासों से जंगल सफारी पर्यटन को मिली एक नई पहचान?: पुष्कर सिंह धामी

सारांश

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कार्बेट नेशनल पार्क में जंगल सफारी के दौरान वन्य जीवन की अद्भुत झलक का अनुभव किया। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार के प्रयासों से जंगल सफारी पर्यटन को नई पहचान मिली है, जिससे स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा हुए हैं।

Key Takeaways

  • जंगल सफारी पर्यटन को मिली नई पहचान
  • पर्यटकों की बढ़ती संख्या
  • स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर
  • वन्य जीवन और जैव विविधता का संरक्षण
  • ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान का महत्व

रामनगर, 6 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी रविवार को कार्बेट नेशनल पार्क का दौरा किया। सीएम ने जंगल सफारी के दौरान वन्य जीवन की अद्भुत और रोमांचकारी झलक का अनुभव किया। उन्होंने कहा कि सरकार के निरंतर प्रयासों से जंगल सफारी पर्यटन को नई पहचान मिली है।

मीडिया से बातचीत में सीएम ने बताया कि यहां का अनुभव केवल प्रकृति की सुंदरता देखने का नहीं, बल्कि जैव विविधता और प्रकृति की अनमोल विरासत से जुड़ने का भी अवसर है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार के प्रयासों के नतीजों के कारण, जंगल सफारी पर्यटन अब एक नई पहचान प्राप्त कर चुका है। देश-विदेश से बड़ी संख्या में पर्यटक उत्तराखंड आ रहे हैं, जिससे राज्य की पर्यटन आधारित अर्थव्यवस्था को मजबूती मिली है। इसके साथ ही स्थानीय लोगों के लिए स्वरोजगार और आजिविका के नए द्वार भी खुल रहे हैं।

इस अवसर पर ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत वन विभाग, स्थानीय समुदाय और पर्यावरण प्रेमियों के सहयोग से 1,000 से अधिक पौधों का सामूहिक रोपण किया गया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह केवल एक पौधारोपण नहीं, बल्कि मातृत्व और प्रकृति के प्रति सम्मान का प्रतीक है। उन्होंने वन विभाग की टीम से भी मुलाकात की और उनके द्वारा वनों और वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए किए जा रहे कार्यों की सराहना की। मुख्यमंत्री ने विभाग की प्रतिबद्धता और समर्पण को राज्य की हरियाली और जैव विविधता के संरक्षण के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण बताया।

सीएम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, "आज कार्बेट नेशनल पार्क (रामनगर, नैनीताल) में जंगल सफारी के दौरान वन्यजीवों की अद्भुत और रोमांचकारी झलक देखने को मिली। जैव विविधता के बीच यह अनुभव प्रकृति की अनमोल विरासत से जुड़ने का अवसर बना। हमारी सरकार के लगातार प्रयासों से आज राज्य में जंगल सफारी पर्यटन को नई पहचान मिली है। देश-विदेश से बड़ी संख्या में पर्यटक उत्तराखंड आ रहे हैं, जिससे न केवल राज्य की पर्यटन अर्थव्यवस्था को बल मिला है, बल्कि लोगों के लिए भी आजीविका और स्वरोजगार के नए द्वार खुल रहे हैं।"

Point of View

बल्कि यह जैव विविधता और स्थानीय समुदायों के लिए अवसरों का भी स्रोत है।
NationPress
23/07/2025

Frequently Asked Questions

जंगल सफारी पर्यटन का उत्तराखंड में क्या महत्व है?
जंगल सफारी पर्यटन उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करता है और स्थानीय समुदायों के लिए स्वरोजगार के अवसर उत्पन्न करता है।
क्या सरकार जंगल सफारी को बढ़ावा देने के लिए कोई योजनाएं बना रही है?
हां, सरकार जंगल सफारी पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न योजनाएं और अभियानों का आयोजन कर रही है।