क्या कांग्रेस अंबेडकर के नाम पर अपनी राजनीतिक जमीन ढूंढ रही है? : सरोज पांडे

सारांश
Key Takeaways
- कांग्रेस का उपवास राजनीतिक स्वार्थ का एक उदाहरण है।
- सरोज पांडे ने कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
- बाबा साहेब अंबेडकर का सम्मान राजनीति से ऊपर होना चाहिए।
- राजनीतिक दलों को अपने इतिहास की जानकारी होनी चाहिए।
- किसी भी मुद्दे को राजनीतिक दृष्टिकोण से नहीं देखना चाहिए।
ग्वालियर, २५ जून (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद सरोज पांडे ने बुधवार को कांग्रेस पर तीखा हमला किया। भाजपा नेता ने कांग्रेस को लोकतंत्र का ‘हत्यारा’ करार दिया।
ग्वालियर हाईकोर्ट में संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित करने के लिए कांग्रेस के नेताओं ने ग्वालियर के सूर्य नमस्कार तिराहे पर संविधान सत्याग्रह उपवास किया। कांग्रेस नेता जल्द से जल्द कोर्ट परिसर में अंबेडकर की प्रतिमा लगाने की मांग कर रहे थे। कांग्रेस नेताओं के उपवास पर भाजपा नेता सरोज पांडे ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा,
“कांग्रेस लोकतंत्र की हत्यारी है। कांग्रेस पार्टी अपनी जमीन बचाने के लिए सत्याग्रह कर रही है। क्या जो सम्मान बाबा साहब को मिलना चाहिए था, वह कांग्रेस ने दिया? कांग्रेस पार्टी ने हमेशा वोट की राजनीति की है, इस विषय पर सत्याग्रह करने का उन्हें नैतिक अधिकार नहीं है। इनका जो नेतृत्व प्रदेशभर से इकट्ठा हुआ है, वे अपनी राजनीतिक जमीन खोजने और अपने अस्तित्व को बचाने का प्रयास कर रहे हैं।”
पांडे ने आगे कहा कि कांग्रेस के जो नेता सदन में संविधान की प्रति लेकर शपथ लेते हैं, उन्हें अपना इतिहास ज़रूर पढ़ना चाहिए। अंबेडकर साहब की प्रतिमा को राजनीतिक दृष्टिकोण से नहीं देखना चाहिए। हम इसे राजनीतिक रूप से नहीं देखते। भाजपा राजनीति के लिए सिर्फ राजनीति नहीं करती; यह विषय राजनीति का नहीं है।
कांग्रेस पार्टी द्वारा यह आरोप लगाए जाने पर कि अंबेडकर की प्रतिमा आरएसएस और भाजपा नहीं लगाने दे रही है और भाजपा बीएन राव को संविधान निर्माता के तौर पर बढ़ावा दे रही है, सरोज पांडे ने कहा कि कौन किसका नाम आगे बढ़ा रहा है, मैं इसमें नहीं जाऊंगी, मैं बस यही कहूंगी कि सपने देखना है तो देखें। उसे हम नहीं रोक सकते हैं।