क्या कांग्रेस पार्टी की नीति बांटो और राज करो रही है? : गौरव वल्लभ

सारांश
Key Takeaways
- कांग्रेस की राजनीति में जाति और धर्म का विभाजन एक महत्वपूर्ण मुद्दा है।
- गौरव वल्लभ का कहना है कि यह समय जश्न मनाने का है।
- शुभांशु शुक्ला का अंतरिक्ष कार्यक्रम में योगदान गर्व का विषय है।
- संसद में सकारात्मक चर्चा की आवश्यकता है।
- मतदाता सूची पुनरीक्षण में घुसपैठियों का मुद्दा उभर रहा है।
नई दिल्ली, 15 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस नेता उदित राज के आईएएफ ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला के चयन पर दिए गए बयान से राजनीतिक गर्माहट बढ़ गई है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा नेता गौरव वल्लभ ने कहा कि कांग्रेस पार्टी की बांटो और राज करो की नीति रही है।
गौरव वल्लभ ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि कांग्रेस की डिवाइड एंड रूल की पॉलिसी स्पष्ट है। जिस तरह से राहुल गांधी देश को जाति और धर्म में बांटकर राजनीति करना चाहते हैं, यह बयान उसी का एक उदाहरण है। राजनीति हर जगह अच्छी नहीं होती। जब कोई खिलाड़ी देश के लिए पदक जीतता है, तो उसकी जाति और धर्म नहीं देखी जाती। कई दलित वर्ग के खिलाड़ियों ने पदक हासिल किया है, और यह एक गर्व का क्षण होता है। उदित राज कुंठित हैं, क्योंकि वह कांग्रेस पार्टी और भारतीय राजनीति से नकारे गए हैं। यह समय देश के लिए जश्न मनाने का है।
शुभांशु शुक्ला के अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र से सफलतापूर्वक वापस लौटने पर उन्होंने कहा कि यह एक गौरवान्वित होने का पल है। शुभांशु ने कहा, "सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तां हमारा"... यह भारत के लिए गर्व का क्षण है। भविष्य में देश अंतरिक्ष में नए और बड़े कीर्तिमान स्थापित करेगा। भारत वह देश बन चुका है, जिसने चंद्रमा के साउथ पोल पर सफलतापूर्वक अपने चंद्रयान को लैंड किया है।
कांग्रेस संसदीय बैठक पर उन्होंने कहा कि संसद के एक अधिवेशन में बहुत पैसे खर्च होते हैं, मेरी विपक्ष से यही अपील है कि वहां संसद की कार्रवाई को बाधित मत करें, कुछ सकारात्मक चर्चा करें ताकि देश को लाभ हो। विपक्ष संसद में जाकर सिर्फ हंगामा करता है।
बिहार में चल रहे मतदाता सूची पुनरीक्षण के विपक्ष के विरोध पर गौरव वल्लभ ने कहा कि देश में अगर कोई घुसपैठिया है तो उसे मताधिकार नहीं दिया जाना चाहिए। बाबा साहेब आंबेडकर के संविधान में मत देने का अधिकार भारत के लोगों को दिया गया है। भारत में विदेशी लोग गलत तरीके से घुस आए हैं। इंडिया गठबंधन के दल घुसपैठियों के प्रवक्ता न बनें, बिहार की जनता के विकास की बात करें। इंडिया गठबंधन का उद्देश्य घुसपैठियों का साथ और घुसपैठियों का विकास बन गया है, जबकि देश का उद्देश्य सबका साथ-सबका विकास है।