क्या कांग्रेस ओडिशा में 35 से 40 सीटें जीत सकती थी? : भक्त चरण दास

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क्या कांग्रेस ओडिशा में 35 से 40 सीटें जीत सकती थी? : भक्त चरण दास

सारांश

क्या ओडिशा में कांग्रेस 35 से 40 सीटें जीत सकती थी? भक्त चरण दास के इस बयान ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। चुनाव आयोग पर लगे आरोप और वोट चोरी की चर्चाएँ लोकतंत्र के लिए गंभीर चुनौती बन रही हैं। जानिए इस पर कांग्रेस का क्या कहना है और इस मुद्दे पर जन जागरूकता कैसे बढ़ाई जा रही है।

Key Takeaways

  • भक्त चरण दास ने ओडिशा में कांग्रेस की संभावनाओं पर बात की।
  • राहुल गांधी का चुनाव आयोग पर ‘वोट चोरी’ का आरोप।
  • बीजद पर चुप्पी साधने का आरोप।
  • जागरूकता अभियान की घोषणा।
  • लोकतंत्र में हेराफेरी का खतरा।

भुवनेश्वर, 9 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर ‘वोट चोरी’ का आरोप लगाया है। इसी संदर्भ में ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) ने यह दावा किया कि हाल के चुनावों में ओडिशा और अन्य राज्यों में बड़े पैमाने पर ‘वोट चोरी’ हुई है।

पीसीसी अध्यक्ष भक्त चरण दास ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि यदि कोई हेराफेरी नहीं होती, तो कांग्रेस ओडिशा में 35 से 40 विधानसभा सीटें जीत सकती थी।

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि राज्य में एक साजिश रची गई थी। दास ने सवाल उठाते हुए कहा कि भाजपा 20 लोकसभा सीटें कैसे जीत सकती है?

उन्होंने कहा कि राहुल गांधी का ‘वोट चोरी’ पर वीडियो न केवल राज्य या जिला स्तर पर, बल्कि जागरूकता फैलाने के लिए गांवों में भी दिखाया जाएगा। सोमवार से जिला स्तर पर जागरूकता अभियान चलाए जाएंगे। बीजद इस पर चुप क्यों है? वे तब सत्ता में थे, अब वे मुख्य विपक्ष हैं, उन्हें यह मुद्दा उठाना चाहिए।

दास ने सवाल किया कि जब संसद डिजिटल हो गई है, तो चुनाव आयोग ऐसा क्यों नहीं कर सकता?

कांग्रेस नेता ने कहा कि उन्होंने 2004 में अपने निर्वाचन क्षेत्र के 151 बूथों पर ‘वोट चोरी की शिकायत की थी। उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले चुनावों में बीजद सुप्रीमो ने 20 लोकसभा सीटों से समझौता किया, जिससे भाजपा केंद्र में सरकार बनाने में सफल रही।

उन्होंने यह भी कहा कि ओडिशा की 21 लोकसभा सीटों में 42 लाख से ज़्यादा अतिरिक्त वोट डाले गए। बीजद ने 51 विधानसभा क्षेत्रों में जीत हासिल की, लेकिन एक भी संसदीय क्षेत्र नहीं जीत पाई। भाजपा कालाहांडी और केंद्रपाड़ा से लोकसभा सीटें कैसे जीत पाई, जबकि उसने दोनों जगहों से सिर्फ एक विधानसभा सीट जीती थी?

दास ने इसे लोकतंत्र के लिए एक गंभीर खतरा बताते हुए कहा कि इतने बड़े पैमाने पर ‘वोट चोरी’ अभूतपूर्व है। उन्होंने चुनाव आयोग और सत्तारूढ़ दल पर मतदाता सूची में हेराफेरी करने और मतदाता डेटा छिपाने के लिए मिलीभगत करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि यदि अंपायर ही वोट चुराएगा, तो खेल निष्पक्ष कैसे हो सकता है?

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बिहार में एक नया हथकंडा अपनाया गया है, पुराने मतदाताओं के नाम सूची से हटाकर उनकी जगह नए नाम डाल दिए गए हैं। महाराष्ट्र में भी इसी तरह की अनियमितताएं सामने आई हैं। राज्य चुनाव आयोग के एक पत्र में आगामी चुनावों के लिए एजेंटों के नाम मांगे गए हैं, जिनका उपयोग उन्हें अनुचित तरीकों से प्रभावित करने के लिए किया जा सकता है।

Point of View

तो यह एक बड़ा मुद्दा है। चुनाव आयोग का काम निष्पक्षता बनाए रखना है, और किसी भी तरह की हेराफेरी लोकतंत्र की नींव को कमजोर कर सकती है।
NationPress
10/08/2025

Frequently Asked Questions

क्या कांग्रेस ओडिशा में 35 से 40 सीटें जीत सकती थी?
भक्त चरण दास का कहना है कि यदि कोई हेराफेरी नहीं होती, तो कांग्रेस की यह संभावना थी।
राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर क्या आरोप लगाए हैं?
राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर ‘वोट चोरी’ का आरोप लगाया है।
बीजद का इस मुद्दे पर क्या कहना है?
भक्त चरण दास ने बीजद पर चुप रहने का आरोप लगाया है।
क्या वोटिंग प्रक्रिया में कोई अनियमितताएं पाई गई हैं?
दास ने कई अनियमितताओं का आरोप लगाया है, जिसमें अतिरिक्त वोट डालने की बातें शामिल हैं।
कांग्रेस का आगामी कदम क्या होगा?
कांग्रेस जागरूकता अभियान चलाने की योजना बना रही है।