क्या विधायक मेहराज मलिक की गिरफ्तारी अस्पताल मांगने के कारण हुई?

सारांश
Key Takeaways
- मेहराज मलिक की गिरफ्तारी ने लोकतंत्र पर सवाल उठाए हैं।
- आप पार्टी ने इसे तानाशाही करार दिया है।
- सोशल मीडिया पर '#फ्रीमेहराजमलिक' ट्रेंड कर रहा है।
- केंद्र सरकार पर आरोप लगाए गए हैं कि वे जनता की आवाज दबा रहे हैं।
- आम आदमी पार्टी संघर्ष जारी रखने की बात कर रही है।
नई दिल्ली, 8 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। जम्मू-कश्मीर में आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक मेहराज मलिक की गिरफ्तारी पर पार्टी ने आरोप लगाया है कि उन्हें केवल इसलिए गिरफ्तार किया गया, क्योंकि उन्होंने अपने क्षेत्र के लिए अस्पताल की मांग की थी।
आप ने इसे जनता की आवाज़ को दबाने की एक साजिश बताया है और सीधे तौर पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की ओर उंगली उठाई है।
आप के आधिकारिक 'एक्स' हैंडल से जारी बयान में कहा गया, "जम्मू-कश्मीर में आम आदमी पार्टी के विधायक मेहराज मलिक अपने इलाके में एक अस्पताल की मांग कर रहे हैं। लेकिन जनता के हक की इस आवाज को दबाने के लिए केंद्र की पुलिस ने उन्हें गिरफ़्तार कर लिया है। यह सरासर तानाशाही और जनता की आवाज को दबाने वाली कार्रवाई है।"
इस मुद्दे पर दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और 'आप' संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने अपने आधिकारिक 'एक्स' पोस्ट के जरिए कहा, "क्या अपने क्षेत्र की जनता के लिए अस्पताल मांगना इतना बड़ा गुनाह है कि उसके लिए एक चुने हुए एमएलए को जेल में डाल दिया जाए? मेहराज मलिक आम आदमी पार्टी के शेर हैं। वो हमेशा जनता की आवाज बनकर हक की लड़ाई लड़ते रहेंगे। जेल, धमकियां और साजिशें, ये सब 'आप' के किसी भी सिपाही को कभी नहीं डरा सकतीं।"
पार्टी के नेताओं और समर्थकों ने इस गिरफ्तारी के खिलाफ विरोध जताते हुए इसे लोकतंत्र पर हमला करार दिया है। सोशल मीडिया पर भी ‘फ्रीमेहराजमलिक’ ट्रेंड कर रहा है।
आम आदमी पार्टी ने कहा है कि वह मेहराज मलिक की रिहाई तक संघर्ष जारी रखेगी।
ज्ञात रहे कि जम्मू-कश्मीर के जिले में सार्वजनिक व्यवस्था को कथित रूप से बिगाड़ने के आरोप में सोमवार को कड़े सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम (पीएसए) के तहत मेहराज मलिक को गिरफ्तार कर लिया गया। मलिक जम्मू-कश्मीर में आम आदमी पार्टी के अकेले विधायक हैं।