क्या ली छ्यांग ने वियतनाम के प्रधानमंत्री से महत्वपूर्ण चर्चा की?

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क्या ली छ्यांग ने वियतनाम के प्रधानमंत्री से महत्वपूर्ण चर्चा की?

सारांश

चीनी प्रधानमंत्री ली छ्यांग और वियतनाम के प्रधानमंत्री फाम मिंह चीन्ह के बीच महत्वपूर्ण मुलाकात हुई। इस मुलाकात में दोनों देशों के बीच सहयोग को बढ़ाने के उपायों पर चर्चा की गई। जानिए इस बैठक के मुख्य बिंदु और क्षेत्रीय सहयोग के संभावित लाभ।

Key Takeaways

  • चीन और वियतनाम के बीच सहयोग को बढ़ावा देने की आवश्यकता।
  • बेल्ट एंड रोड परियोजनाओं पर ध्यान केंद्रित करना।
  • सांस्कृतिक आदान-प्रदान को सशक्त करना।
  • उच्च स्तरीय संवाद से राजनीतिक विश्वास को मजबूत करना।
  • विभिन्न क्षेत्रों में व्यावहारिक सहयोग को बढ़ाना।

बीजिंग, २५ जून (राष्ट्र प्रेस)। चीनी प्रधानमंत्री ली छ्यांग ने उत्तर चीन के थ्येनचिन शहर में समर दावोस में भाग लेने आए वियतनाम के प्रधानमंत्री फाम मिंह चीन्ह से मुलाकात की।

ली छ्यांग ने कहा कि वर्तमान वैश्विक परिदृश्य में अस्थिरता और अनिश्चितता के तत्व बढ़ रहे हैं। चीन और वियतनाम को आपसी सहयोग को मजबूत करने के लिए और अधिक एकजुट होकर काम करना चाहिए। यह न केवल दोनों देशों के लिए बल्कि पूरे क्षेत्र और विश्व के लिए फायदेमंद होगा।

ली छ्यांग ने आगे कहा कि चीन वियतनाम के साथ विकास रणनीति के जुड़ाव में तेजी लाने, बेल्ट एंड रोड की सह-निर्माण परियोजनाओं को लागू करने, और चीन-वियतनाम रेल संपर्क को बढ़ाने के लिए तत्पर है। इसके अलावा, डिजिटल अर्थव्यवस्था, हरित विकास और अन्य क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ाने की इच्छा व्यक्त की।

इसके अलावा, दोनों देशों को संस्कृति, पर्यटन, शिक्षा और मीडिया के आदान-प्रदान को भी सशक्त करना चाहिए। चीन-वियतनाम वर्ष के तहत लोगों के बीच आदान-प्रदान के कार्यक्रमों का सफल आयोजन आवश्यक है।

फाम ने बताया कि वियतनाम चीन के साथ उच्च स्तरीय संवाद को बढ़ावा देने के लिए तैयार है, जिससे राजनीतिक विश्वास मजबूत होगा और विभिन्न क्षेत्रों में व्यावहारिक सहयोग बढ़ेगा। वियतनाम बहुपक्षीय समन्वय को भी मजबूत करने की उम्मीद करता है।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

Point of View

NationPress
25/06/2025

Frequently Asked Questions

ली छ्यांग और फाम मिंह चीन्ह के बीच मुलाकात का मुख्य उद्देश्य क्या था?
मुलाकात का मुख्य उद्देश्य दोनों देशों के बीच सहयोग को बढ़ाना और राजनीतिक विश्वास को मजबूत करना था।
क्या दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान पर चर्चा हुई?
हाँ, दोनों नेताओं ने संस्कृति, पर्यटन और शिक्षा के क्षेत्र में आदान-प्रदान को मजबूत करने पर चर्चा की।