क्या केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर पानीपत में 15 जुलाई को ‘अदिति स्कीम’ का शुभारंभ करेंगे?

सारांश
Key Takeaways
- ‘अदिति स्कीम’ का उद्देश्य ऊर्जा दक्षता में सुधार करना है।
- यह योजना एमएसएमई क्षेत्र को लाभ पहुंचाएगी।
- पुरानी मशीनरी के कारण बिजली की खपत कम करने में मदद मिलेगी।
- पर्यावरण संरक्षण के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम है।
- कार्यक्रम में कई वरिष्ठ अधिकारी और उद्योगपति शामिल होंगे।
पानीपत, 14 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर मंगलवार को पानीपत में उपस्थित होंगे। इस अवसर पर वह आर्य पीजी कॉलेज में सुबह 10 बजे ‘अदिति स्कीम’ का शुभारंभ करेंगे।
‘अदिति स्कीम’ का उद्देश्य ऊर्जा दक्षता को बढ़ावा देना है, विशेषकर उन औद्योगिक इकाइयों के लिए जो एमएसएमई क्षेत्र में हैं और जहां पुरानी मशीनरी के चलते बिजली की खपत अधिक हो रही है।
पुरानी मशीनरी के कारण बिजली की अधिक खपत एक गंभीर मुद्दा है। वर्तमान समय में बदलाव आ रहा है। उदाहरण के लिए, पहले 100 वॉट के बल्ब का उपयोग होता था, लेकिन आज 10 वॉट का एलईडी बल्ब भी काम कर रहा है और कम बिजली खपत कर रहा है।
केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर के द्वारा शुरू की गई ‘अदिति स्कीम’ से ऊर्जा-कुशल तकनीकों को अपनाकर बिजली के दुरुपयोग में कमी आएगी, जिससे उद्योगों की लागत कम होगी और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा।
इस कार्यक्रम में, मनोहर लाल खट्टर इस स्कीम को पर्यावरण संरक्षण से सीधे तौर पर जोड़ेंगे। वह बताएंगे कि कैसे यह स्कीम पर्यावरण की रक्षा में मदद कर सकती है।
केंद्रीय मंत्री द्वारा अदिति स्कीम के शुभारंभ को लेकर डॉ. पंकज यादव ने मीडिया से बातचीत में बताया कि यह योजना पूरे भारत के लिए पानीपत से शुरू होगी। यह ऊर्जा विभाग का एक महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट है। कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री अनिल विज, कृष्ण लाल पंवार, महिपाल ढांडा सहित कई वरिष्ठ अधिकारी और एमएसएमई से जुड़े उद्योगपति शामिल होंगे। योजना का मुख्य फोकस एमएसएमई उद्योगों पर है, जो ऊर्जा दक्षता में सुधार के लिए महत्वपूर्ण कदम उठा सकते हैं।
इस कार्यक्रम के लिए सोमवार को डॉक्टर प्रियंका सोनी ने एडीसी डॉक्टर पंकज यादव के साथ आर्य कॉलेज परिसर का दौरा कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं।