क्या मनोहर लाल खट्टर ने अदिति योजना का शुभारंभ किया और विकसित भारत का लक्ष्य बताया?

सारांश
Key Takeaways
- अदिति योजना का शुभारंभ पानीपत में हुआ।
- इस योजना में 9000 करोड़ रुपए का निवेश किया जाएगा।
- एमएसएमई उद्योगपतियों को लाभ होगा।
- ऊर्जा की बढ़ती मांग को पूरा करना एक चुनौती है।
- नई तकनीक का उपयोग करके ऊर्जा दक्षता बढ़ाई जा सकती है।
पानीपत, 16 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पानीपत में अदिति योजना का उद्घाटन करते हुए इसे देश को समर्पित किया। इस योजना के तहत 9000 करोड़ रुपए का निवेश किया जाएगा। पहले चरण में लगभग 1000 करोड़ रुपए का निवेश कर एमएसएमई से जुड़े उद्योगपतियों को लाभ मिल सकेगा।
अदिति योजना के शुभारंभ के दौरान मंत्री खट्टर ने दीप जलाकर कार्यक्रम की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि पानीपत की ऐतिहासिक भूमि पर तमिलनाडु, ओडिशा, आंध्र प्रदेश तथा अन्य राज्यों के उद्योगपति उपस्थित हैं। यह गौरव की बात है कि इस ऐतिहासिक भूमि पर कार्यक्रम का आयोजन हो रहा है, जहां हमारे देश की आज़ादी के लिए लड़ाई लड़ी गई थी।
मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2047 तक एक विकसित भारत का लक्ष्य रखा है। इस संदर्भ में, हमारी प्राथमिकता देश की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देना है। आज देश की अर्थव्यवस्था 4 ट्रिलियन डॉलर तक पहुँच चुकी है और हम अगले दो वर्षों में 5 ट्रिलियन डॉलर के लक्ष्य को प्राप्त कर लेंगे। 2047 में, जब देश को आज़ाद हुए सौ वर्ष पूरे होंगे, तब देश की अर्थव्यवस्था 17 ट्रिलियन डॉलर तक पहुँचने की संभावना है। इसमें उद्योगों की भूमिका महत्वपूर्ण होगी।
उन्होंने कहा कि ऊर्जा की माँग लगातार बढ़ रही है, जो एक बड़ी चुनौती है। 2014 में हरियाणा में 9000 मेगावाट बिजली की आवश्यकता थी, जो अब बढ़कर 16000 मेगावाट हो गई है।
मंत्री खट्टर ने बताया कि कई नए प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है, जैसे यमुनानगर का थर्मल पावर प्लांट और गोरखपुर में न्यूक्लियर पावर प्रोजेक्ट। इसके साथ ही पूरे देश में सोलर प्लांट भी तेजी से स्थापित किए जा रहे हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि पिछले 20 वर्षों से ऊर्जा दक्षता और पर्यावरण संरक्षण पर चर्चा हो रही है। नई तकनीक के माध्यम से उद्योगों में ऊर्जा दक्षता बढ़ाई जा सकती है, जिससे 30 से 40 प्रतिशत बिजली बचाई जा सकती है।