क्या मुख्यमंत्री धामी ने 'सतर्कता-हमारी साझा जिम्मेदारी' थीम पर आधारित जन जागरुकता कार्यक्रम का शुभारंभ किया?
सारांश
Key Takeaways
- मुख्यमंत्री धामी ने 'सतर्कता-हमारी साझा जिम्मेदारी' पर आधारित कार्यक्रम शुरू किया।
- यह कार्यक्रम 9 नवंबर तक जारी रहेगा।
- भ्रष्टाचार के खिलाफ 'जीरो टॉलरेंस' नीति अपनाई गई है।
- टोल फ्री नंबर 1064 के जरिए शिकायतें दर्ज की जा रही हैं।
- मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सत्यनिष्ठा की प्रतिज्ञा दिलाई।
देहरादून, 27 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को सचिवालय में 'सतर्कता-हमारी साझा जिम्मेदारी' थीम पर आधारित जन जागरुकता कार्यक्रम का शुभारंभ किया। यह कार्यक्रम राज्यभर में राज्य स्थापना दिवस 9 नवंबर तक जारी रहेगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सत्यनिष्ठा की प्रतिज्ञा भी दिलाई।
मुख्यमंत्री धामी ने इस कार्यक्रम में 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' की भावना को याद करते हुए कहा कि लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल ने अपने जीवन के प्रत्येक क्षण को भारत की एकता और अखंडता के लिए समर्पित किया। उनके जन्मदिवस के उपलक्ष्य में यह जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'भ्रष्टाचार मुक्त भारत' का संकल्प लिया है और इसे प्रभावी रूप से लागू करने का कार्य किया है। उनके नेतृत्व में शासन-प्रशासन को पारदर्शी और उत्तरदायी बनाया गया है।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में राज्य सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ 'जीरो टॉलरेंस' नीति अपनाकर कार्य कर रही है। राज्य गठन के बाद सतर्कता विभाग ने 339 भ्रष्ट अधिकारियों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। पिछले तीन वर्षों में सतर्कता विभाग ने 78 भ्रष्टाचारियों और अन्य मामलों में 27 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए टोल फ्री नंबर 1064 चलाया जा रहा है, जिसके माध्यम से 10,000 के करीब शिकायतें प्राप्त हुई हैं। इनमें 62 शिकायतों में ट्रैप और 4 में खुली जांच की गई है।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि राज्य में भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जो भी भ्रष्टाचार करेगा, वह सलाखों के पीछे जाएगा। उन्होंने सभी विभागों से इस अभियान का प्रचार-प्रसार करने का आह्वान किया।
मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन ने कहा कि समाज और प्रशासन की मजबूती के लिए सभी कार्मिकों का अपने कार्यों में सत्यनिष्ठ, ईमानदार और अनुशासित रहना आवश्यक है। अनुशासन से भ्रष्टाचार समाप्त हो जाता है। उन्होंने कहा कि इस दिशा में पिछले चार वर्षों में कई सराहनीय प्रयास किए गए हैं।
कार्यक्रम में डीजीपी दीपम सेठ, प्रमुख सचिव एल फैनई, निदेशक सतर्कता वी मुरूगेशन और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।