क्या मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सीएम आवास पर बाल गोपाल के साथ जन्माष्टमी मनाई?

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क्या मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सीएम आवास पर बाल गोपाल के साथ जन्माष्टमी मनाई?

सारांश

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बच्चों के साथ मिलकर जन्माष्टमी का भव्य उत्सव मनाया। नन्हें बच्चों ने राधा-कृष्ण का रूप धारण कर कार्यक्रम में रंग भर दिया। मुख्यमंत्री ने सभी बच्चों को उपहार दिए और श्रीकृष्ण की उपासना की। आइए, जानें इस विशेष दिन की और भी बातें।

Key Takeaways

  • मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बच्चों के साथ जन्माष्टमी का उत्सव मनाया।
  • बच्चों ने राधा और कृष्ण का रूप धारण किया।
  • मुख्यमंत्री ने बच्चों को उपहार बांटे।
  • कार्यक्रम में भक्ति और उल्लास का माहौल रहा।
  • ऐसे आयोजन नई पीढ़ी को संस्कारों से जोड़ते हैं।

रायपुर, 16 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने मुख्यमंत्री निवास में इस वर्ष जन्माष्टमी का पर्व राजधानी रायपुर के बैरन बाजार स्थित आंगनबाड़ी के नन्हे-मुन्ने बच्चों के साथ मनाया। बच्चों ने राधा और कृष्ण का रूप धारण कर अपनी अठखेलियों और मनमोहक वेशभूषा से कार्यक्रम को जीवंत बना दिया।

राजधानी रायपुर स्थित मुख्यमंत्री निवास में शनिवार को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व हर्षोल्लास और पारंपरिक श्रद्धा के साथ मनाया गया। पूरे निवास परिसर को फूलों, रंगीन रोशनियों और सजावट से सुसज्जित किया गया, जिससे वातावरण भक्ति और उल्लास से भर गया।

कार्यक्रम में छोटे-छोटे बच्चों ने कृष्ण-लीला की झांकियां और प्रसंग प्रस्तुत किए। उनकी मासूमियत और भावपूर्ण अभिनय ने उपस्थित सभी लोगों का मन मोह लिया। मुख्यमंत्री निवास बच्चों की हंसी और उल्लास से गुलजार रहा।

मुख्यमंत्री साय ने बच्चों के साथ भगवान श्रीकृष्ण की पूजा-अर्चना की और प्रदेश की सुख-समृद्धि, खुशहाली और निरंतर तरक्की की कामना की। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण की लीला हमें धर्म, नीति और कर्तव्य पालन की प्रेरणा देती है। छत्तीसगढ़ की जनता की मेहनत और आस्था से प्रदेश निरंतर प्रगति कर रहा है। हमारा संकल्प है कि भगवान श्रीकृष्ण के उपदेशों से प्रेरणा लेकर छत्तीसगढ़ को न्याय, सद्भाव और विकास की नई ऊंचाइयों तक ले जाएं।

उन्होंने स्नेहपूर्वक सभी बच्चों को अपने हाथों से चाकलेट, शिक्षण सामग्री और प्रसाद का वितरण किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे सांस्कृतिक और धार्मिक आयोजन न सिर्फ हमारी परंपराओं को जीवित रखते हैं, बल्कि नई पीढ़ी को संस्कारों से जोड़ते हैं। उन्होंने सभी प्रदेशवासियों को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं दीं।

Point of View

बल्कि बच्चों के माध्यम से नई पीढ़ी को भारतीय संस्कृति से जोड़ने का एक प्रयास भी किया। ऐसे आयोजनों से हमारी परंपराएं जीवित रहती हैं और समाज में एकता और सद्भाव का संचार होता है।
NationPress
16/08/2025

Frequently Asked Questions

जन्माष्टमी का पर्व कब मनाया जाता है?
जन्माष्टमी का पर्व हर वर्ष श्रावण मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी को मनाया जाता है।
मुख्यमंत्री ने बच्चों को क्या उपहार दिए?
मुख्यमंत्री ने बच्चों को चाकलेट, शिक्षण सामग्री और प्रसाद का वितरण किया।
कार्यक्रम में बच्चों ने क्या प्रस्तुत किया?
बच्चों ने कृष्ण-लीला की झांकियां और प्रसंग प्रस्तुत किए।