क्या नोएडा में पुराने वाहनों पर शिकंजा कसना शुरू हो गया है?

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क्या नोएडा में पुराने वाहनों पर शिकंजा कसना शुरू हो गया है?

सारांश

नोएडा में पुराने वाहनों पर कार्रवाई तेज हो गई है। पुलिस ने 50 से अधिक पुराने वाहनों को सीज किया है। 1 नवंबर से पेट्रोल-डीजल नहीं देने की प्रक्रिया शुरू हो रही है। क्या आप तैयार हैं अपने पुराने वाहन के लिए?

Key Takeaways

  • पुराने वाहनों की सीजिंग प्रक्रिया तेज हो रही है।
  • 1 नवंबर से पेट्रोल-डीजल नहीं मिलेगा।
  • गौतम बुद्ध नगर में एनपीआर कैमरे लगाए जा रहे हैं।
  • वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं।
  • नागरिकों से समय पर पुराने वाहनों का निस्तारण करने की अपील की गई है।

नोएडा, 3 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली और पूरे एनसीआर में अब पुराने वाहनों पर सख्त कार्रवाई शुरू हो चुकी है। नोएडा में भी यातायात विभाग की कई टीमें इस दिशा में कार्यरत हैं। अब तक 10 से 15 वर्ष पुराने पेट्रोल और डीजल के 50 से अधिक वाहन नोएडा पुलिस द्वारा सीज किए जा चुके हैं।

इसके अलावा, 1 नवंबर से पुराने वाहनों को पेट्रोल-डीजल न देने की प्रक्रिया भी प्रारंभ हो गई है। पुराने वाहनों को जब्त करने के लिए गौतम बुद्ध नगर के पेट्रोल पंपों पर ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकॉग्निशन कैमरे लगाने का कार्य किया जा रहा है।

गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट की ट्रैफिक पुलिस ने इस संदर्भ में एक विस्तृत एक्शन प्लान तैयार किया है, जिसके तहत जिले भर में पुराने वाहनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है।

डीसीपी ट्रैफिक लखन सिंह यादव के नेतृत्व में ट्रैफिक विभाग ने विशेष टीमें गठित की हैं, जो प्रमुख चौराहों और सड़कों पर लगातार वाहनों की चेकिंग कर रही हैं। अब तक 50 से अधिक ऐसे वाहन सीज किए जा चुके हैं, जिनकी निर्धारित मियाद समाप्त हो चुकी थी।

डीसीपी ट्रैफिक के अनुसार, इन वाहनों के कारण वायु प्रदूषण में अत्यधिक वृद्धि होती है, जो नोएडा जैसे शहरी क्षेत्र के लिए गंभीर चिंता का विषय है।

उन्होंने बताया कि दिल्ली में ऐसे वाहनों पर पहले से पूर्ण प्रतिबंध है और अब एनसीआर क्षेत्र, विशेषकर नोएडा और ग्रेटर नोएडा में भी सख्त नियम लागू किए जा रहे हैं।

जानकारी के अनुसार, 1 नवंबर 2025 से एनसीआर के इन क्षेत्रों में ऐसे वाहनों को पेट्रोल और डीजल भी नहीं मिलेगा। इस कदम का उद्देश्य पुराने और प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों को सड़कों से हटाकर पर्यावरण की स्थिति में सुधार लाना है। चेकिंग के दौरान ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि यदि कोई वाहन निर्धारित मियाद पूरी कर चुका है तो उसे मौके पर ही सीज कर लिया जाए। साथ ही, वाहन मालिक के खिलाफ नियमानुसार चालान या अन्य विधिक कार्रवाई भी की जाए।

पुलिस की यह कार्रवाई आगामी दिनों में तेज होने की संभावना है, क्योंकि प्रशासन प्रदूषण को लेकर किसी भी प्रकार की ढिलाई नहीं बरतना चाहता। नागरिकों से अपील की गई है कि वे समय रहते अपने पुराने वाहनों का निस्तारण करें या वैध रूप से स्क्रैप कराएं, अन्यथा सख्त कार्रवाई के लिए तैयार रहें।

Point of View

बल्कि यह नागरिकों के स्वास्थ्य के लिए भी अत्यंत आवश्यक है। सरकार का यह प्रयास दिखाता है कि वह पर्यावरण की सुरक्षा को लेकर गंभीर है। हमें इस दिशा में सभी का सहयोग आवश्यक है।
NationPress
23/07/2025

Frequently Asked Questions

पुराने वाहनों को कब सीज किया जाएगा?
पुराने वाहनों को 1 नवंबर से सीज किया जाएगा, यदि वे 10 से 15 वर्ष पुराने हैं।
क्या पुराने वाहनों को पेट्रोल-डीजल मिलेगा?
1 नवंबर 2025 से पुराने वाहनों को पेट्रोल-डीजल नहीं मिलेगा।
क्या कार्रवाई की जाएगी यदि वाहन सीज किया जाता है?
यदि वाहन सीज किया जाता है, तो उसके मालिक के खिलाफ चालान या अन्य विधिक कार्रवाई की जाएगी।