क्या 252 करोड़ के ड्रग्स केस में ओरी को मुंबई पुलिस का समन मिला?

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क्या 252 करोड़ के ड्रग्स केस में ओरी को मुंबई पुलिस का समन मिला?

सारांश

मुंबई में 252 करोड़ रुपये के ड्रग्स मामले में एक महत्वपूर्ण मोड़ आया है। सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर ओरी को मुंबई पुलिस ने समन भेजा है। जानें इस मामले के पीछे की सच्चाई और ओरी की भूमिका के बारे में।

Key Takeaways

  • ओरी पर पूछताछ का समन जारी किया गया है।
  • जांच का उद्देश्य तथ्यों की पुष्टि करना है।
  • यह मामला महाराष्ट्र से बाहर फैला हुआ है।
  • सोहेल शेख को मुख्य आरोपी माना जा रहा है।
  • पुलिस सभी दावों की जांच कर रही है।

मुंबई, 19 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। मुंबई में 252 करोड़ रुपये के ड्रग्स मामले में एक महत्वपूर्ण विकास हुआ है। सोशल मीडिया के प्रभावशाली व्यक्ति ओरहान अवात्रामणि, जिनका नाम आम तौर पर ओरी है, को मुंबई पुलिस की एंटी-नारकोटिक्स सेल द्वारा समन जारी किया गया है। उन्हें गुरुवार को सुबह 10 बजे घाटकोपर यूनिट के कार्यालय में उपस्थित होने के लिए कहा गया है।

अधिकारियों के मुताबिक, यह समन जांच की प्रक्रिया का हिस्सा है और ओरी से उन दावों और जानकारियों के बारे में पूछताछ की जाएगी, जो मुख्य आरोपी सोहेल उर्फ लविश शेख ने अपनी पूछताछ में दिए थे।

पुलिस का कहना है कि अभी तक किसी भी प्रमुख व्यक्ति के खिलाफ कोई आरोप नहीं लगाया गया है, और यह कदम केवल तथ्यों की पुष्टि के लिए उठाया गया है।

जांच दल यह जानना चाहता है कि क्या आरोपित द्वारा बताए गए समय और स्थानों पर ओरी की उपस्थिति का कोई ठोस आधार है। इसके अलावा, शेख के दावों में जिन रेव पार्टियों का उल्लेख किया गया था, उनमें ओरी की कथित उपस्थिति की सच्चाई की पुष्टि करना इस पूछताछ का उद्देश्य होगा।

पुलिस अधिकारियों का मानना है कि हाई-प्रोफाइल जांचों में किसी भी बयान को तब ही महत्व दिया जाता है जब उसके पीछे ठोस इलेक्ट्रॉनिक या दस्तावेजी सबूत मौजूद हों। इसलिए ओरी को समन भेजना सामान्य जांच प्रक्रिया का एक हिस्सा है।

यह मामला फरवरी 2024 में तब शुरू हुआ जब मुंबई क्राइम ब्रांच ने एक महिला को 741 ग्राम मेफेड्रोन (एमडी) के साथ गिरफ्तार किया। पूछताछ में महिला ने सांगली स्थित एक केमिकल फैक्ट्री का नाम लिया। जब पुलिस वहां पहुंची, तो उन्हें 122.5 किलो एमडी और ड्रग्स बनाने में इस्तेमाल होने वाले केमिकल मिले, जिनकी अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कीमत करोड़ों रुपये में आंकी गई। इस बरामदगी के बाद पुलिस को पता चला कि यह ड्रग्स नेटवर्क सिर्फ महाराष्ट्र तक सीमित नहीं है, बल्कि गुजरात, मध्य प्रदेश, राजस्थान, और तेलंगाना तक फैला हुआ है।

जांच में यह भी सामने आया कि यह नेटवर्क फरार ड्रग माफिया सलीम डोला के इशारों पर काम करता था, जो कथित तौर पर दाऊद इब्राहिम सिंडिकेट से जुड़ा बताया जाता है।

इस केस में गिरफ्तार प्रमुख आरोपी सोहेल शेख को पुलिस इस पूरे रैकेट का सहायक मानती है। उस पर आरोप है कि वह फैक्ट्रियों, पेडलर्स और सप्लाई चेन को जोड़ने का काम करता था।

शेख ने पूछताछ में दावा किया कि वह भारत और विदेश में रेव पार्टियों का आयोजन करता था और इन्हीं में ड्रग्स की सप्लाई होती थी। उसने कुछ हाई-प्रोफाइल नाम भी लिए हैं, जिनकी जांच अब पुलिस कर रही है।

Point of View

बल्कि यह समाज के हाई-प्रोफाइल व्यक्तियों की जिम्मेदारी को भी उजागर करता है। यदि हम ड्रग्स के खिलाफ सख्त कदम उठाना चाहते हैं, तो हमें हर स्तर पर जांच और कार्रवाई करनी होगी।
NationPress
19/11/2025

Frequently Asked Questions

ओरी को समन क्यों भेजा गया है?
ओरी को मुख्य आरोपी सोहेल के दावों की जांच के लिए समन भेजा गया है।
क्या ओरी पर कोई आरोप लगे हैं?
अभी तक ओरी पर कोई आरोप नहीं लगे हैं, यह समन जांच प्रक्रिया का हिस्सा है।
यह ड्रग्स मामला कब शुरू हुआ था?
यह मामला फरवरी 2024 में शुरू हुआ था जब एक महिला को मेफेड्रोन के साथ गिरफ्तार किया गया था।
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