क्या राहुल गांधी के बयान तथ्यों से अलग हैं? नलिन कोहली का बयान

सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी के आरोपों पर भाजपा की प्रतिक्रिया
- चुनाव आयोग की प्रक्रिया में पारदर्शिता
- लोकतंत्र की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम
- राजनीतिक आरोपों की गंभीरता
- वोटिंग प्रक्रिया में सुधार की आवश्यकता
नई दिल्ली, ८ अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा के वरिष्ठ नेता नलिन कोहली ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी द्वारा चुनाव आयोग पर लगाए गए आरोपों का कड़ा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को पहले अपनी मंशा स्पष्ट करनी चाहिए।
शुक्रवार को राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए भाजपा नेता ने कहा कि चुनाव आयोग ने राहुल गांधी से महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में अनियमितताओं के दावों के लिए हलफनामा दाखिल करने की मांग की है। उन्होंने राहुल गांधी के हालिया बयानों को तथ्यहीन बताते हुए राफेल, बालाकोट, और चीन के संबंध में उनके पुराने बयानों का उल्लेख किया, जिन्हें सुप्रीम कोर्ट ने खारिज किया या जिनकी आलोचना की गई।
कोहली ने सुझाव दिया कि राहुल को गंभीर आरोपों के लिए हलफनामा देकर अपनी बात को साबित करना चाहिए ताकि उचित कार्रवाई की जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी द्वारा उठाए गए सवालों पर, यदि उन्हें लगता है कि गड़बड़ी है तो उन्हें हलफनामा देना चाहिए।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने गुरुवार को चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाते हुए पांच सवाल उठाए। उन्होंने पूछा कि विपक्ष को डिजिटल वोटर लिस्ट क्यों नहीं दी जा रही है और इसे क्यों छिपाया जा रहा है? सीसीटीवी और वीडियो सबूत क्यों मिटाए जा रहे हैं, और यदि ऐसा हो रहा है तो किसके कहने पर? फर्जी वोटिंग और वोटर लिस्ट में गड़बड़ी क्यों हुई? विपक्षी नेताओं को धमकाने का क्या कारण है?
उन्होंने सवाल किया कि क्या चुनाव आयोग अब भाजपा का एजेंट बन गया है। राहुल ने चेतावनी दी कि भारत का लोकतंत्र सबसे ऊपर है और इसकी चोरी का परिणाम गंभीर होगा, क्योंकि अब जनता बोल रही है कि "बहुत हुआ।" उन्होंने आगे कहा कि वोट चोरी हमारे लोकतंत्र पर एटम बम है।
बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर चुनाव आयोग द्वारा कराए जा रहे वोटर वेरिफिकेशन पर विपक्ष लगातार हमलावर है। राहुल गांधी ने हाल ही में दावा किया था कि उनके पास कुछ ऐसे सबूत हैं, जिनसे चुनाव आयोग पर बड़े सवाल खड़े होते हैं। हालाँकि, उनके बयानों पर बिहार की एनडीए सरकार में शामिल राजनीतिक दलों ने कड़ी प्रतिक्रिया दी थी। हाल ही में तेजस्वी यादव ने राहुल गांधी से दो वोटर आईडी कार्ड को लेकर स्पष्टीकरण मांगा था।