क्या 'सायरा खान केस' में ट्रिपल तलाक देने वाले पति का किरदार निभाना चुनौतीपूर्ण रहा है : रजनीश दुग्गल?

सारांश
Key Takeaways
- सच्ची घटनाओं पर आधारित फिल्म
- महिला अधिकारों की बात करती है
- भावनात्मक गहराई को दर्शाती है
- नैतिक चुनौतियों से भरी कहानी
- सामाजिक मुद्दों पर चर्चा का आरंभ करती है
मुंबई, 28 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। बॉलीवुड अभिनेता रजनीश दुग्गल शीघ्र ही फिल्म 'सायरा खान केस' में नजर आएंगे। यह फिल्म एक सच्ची घटना पर आधारित है। फिल्म निर्माता के रूप में यह पूर्व प्रधान न्यायाधीश स्वाति चौहान की पहली परियोजना है।
फिल्म में अपने किरदार के बारे में रजनीश ने राष्ट्र प्रेस से साझा किया। उन्होंने बताया कि इस फिल्म के किरदार को निभाने में उन्हें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा।
फिल्म पर बात करते हुए रजनीश ने कहा, "'सायरा खान केस' उन खास फिल्मों में से है जो सिर्फ मनोरंजन तक सीमित नहीं है, बल्कि एक ऐसी कहानी पेश करती है जो दिल को छूने वाली है और वास्तविक जीवन में साहस और न्याय की मिसाल पेश करती है। जज स्वाति चौहान के ऐतिहासिक निर्णय से प्रेरित इस प्रोजेक्ट का हिस्सा बनना मेरे लिए विनम्रता और सीख का अनुभव रहा। यह किरदार निभाना मेरे लिए एक बड़ी चुनौती थी, जिसमें कहानी की भावनात्मक गहराई और सामाजिक बारीकियों को सच्चाई से प्रस्तुत करना था। मुझे उम्मीद है कि दर्शक इस कहानी के संदेश से जुड़ाव महसूस करेंगे, जैसा कि मैंने इसे निभाते समय किया।"
रजनीश ने आगे कहा, "एक जटिल और नैतिक रूप से चुनौतीपूर्ण स्थिति में फंसे किरदार को जीवंत करना बहुत कठिन था। एक पति की भूमिका में, मुझे उन निर्णयों के गहरे परिणामों को दर्शाना पड़ा जो जीवन को प्रभावित करते हैं। यह आवश्यक था कि मैं इस किरदार को पूरी ईमानदारी से प्रस्तुत करूं, उसकी कमियों, आंतरिक संघर्षों और मानवीयता को सामने लाऊं, ताकि सायरा खान की कहानी और उसका संघर्ष प्रामाणिक रूप से उजागर हो सके।"
इस फिल्म का लेखन और निर्देशन करण राजदान ने किया है। फिल्म में पूनम दुबे, करण राजदान, आराधना शर्मा, राजीव वर्मा और मुकेश त्यागी भी शामिल हैं। यह फिल्म एक मुस्लिम महिला के दर्द को दर्शाएगी, जिसे तीन तलाक के माध्यम से एकतरफा तलाक दे दिया गया और वह अपने बच्चों से दूर हो गई, जबकि उसके पति ने चार शादियां की थीं।
यह फिल्म 10 अक्टूबर को सिनेमाघरों में रिलीज होने के लिए तैयार है।