क्या प्रशांत किशोर के आरोपों पर संजय जायसवाल का पलटवार है सही?

सारांश
Key Takeaways
- संजय जायसवाल ने प्रशांत किशोर के आरोपों का कड़ा जवाब दिया।
- उन्होंने मानहानि का मुकदमा करने की चेतावनी दी।
- कोई भी एलायनमेंट में बदलाव नहीं हुआ है।
- पेट्रोल पंप पर डीजल चोरी का आरोप निराधार है।
- राजनीतिक आरोपों के संदर्भ में पारदर्शिता की आवश्यकता है।
बेतिया, 29 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा के सांसद संजय जायसवाल ने जनसुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर द्वारा रोड ओवरब्रिज में एलायनमेंट बदलने और पेट्रोल पंप पर डीजल चोरी के आरोपों का जवाब देते हुए पलटवार किया। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि अगर प्रशांत किशोर ने माफी नहीं मांगी, तो वे मानहानि का मुकदमा दायर करेंगे।
बेतिया में सोमवार को आयोजित प्रेस वार्ता में उन्होंने विभागीय कागजात का हवाला देते हुए कहा कि यह जानकारी सूचना के अधिकार के तहत प्राप्त की गई है, जिसमें स्पष्ट रूप से कहा गया है कि रोड ओवरब्रिज के एलायनमेंट में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
उन्होंने यह भी कहा कि पेट्रोल पंप उनके या उनके भाई का नहीं है, और यह दुर्भाग्य की बात है कि प्रशांत किशोर इस बात की पुष्टि नहीं कर सके। आरटीआई से प्राप्त उत्तर को दिखाते हुए उन्होंने कहा कि न तो ब्रिज का एलायनमेंट बदला गया है और न ही एनएच के स्वरूप में कोई परिवर्तन हुआ है।
पेट्रोल पंप पर डीजल चोरी के आरोपों पर उन्होंने कहा कि यह नगर आवास विभाग के अधिकारी मनोज कुमार की बिना जानकारी की रिपोर्ट पर आधारित है। उन्होंने विभिन्न दस्तावेजों का हवाला देते हुए कहा कि मनोज कुमार ने जांच करते समय डीजल चोरी का आरोप लगाया। उन्होंने 15 गाड़ियों में डीजल भराई में अनियमितता की बात की और जांच में डीजल के बिल के साथ जीएसटी की मांग की। इस पर नगर निगम ने पेट्रोल पंप बदलने की मांग की है।
सांसद ने अधिकारी की योग्यता पर सवाल उठाते हुए कहा कि देश में डीजल और पेट्रोल जीएसटी से मुक्त हैं। फिर भी मनोज कुमार ने इस तरह की जांच रिपोर्ट दी। उन्होंने कहा कि वे इस मामले की भी जांच कराएंगे। उन्होंने बताया कि इसी रिपोर्ट के आधार पर पेट्रोल पंप से डीजल चोरी का मामला बना दिया गया।