क्या सरकारी क्षेत्र के बैंकों ने पहली तिमाही में रिकॉर्ड 44 हजार करोड़ रुपए से अधिक का मुनाफा कमाया, एसबीआई रहा सबसे आगे?

सारांश
Key Takeaways
- सरकारी बैंकों ने पहली तिमाही में 44,218 करोड़ रुपए का रिकॉर्ड मुनाफा कमाया।
- एसबीआई का मुनाफा 19,160 करोड़ रुपए रहा।
- इंडियन ओवरसीज बैंक का मुनाफा 76 प्रतिशत बढ़ा।
- पंजाब नेशनल बैंक का मुनाफा 48 प्रतिशत घटा।
- भारत की जीडीपी विकास दर 6.5 प्रतिशत रहने की संभावना है।
नई दिल्ली, अगस्त 8 (राष्ट्र प्रेस)। सरकारी क्षेत्र के बैंकों (पीएसबी) ने वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून अवधि) में रिकॉर्ड 44,218 करोड़ रुपए का मुनाफा कमाया है। इसमें सालाना आधार पर 11 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है।
पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में सरकारी क्षेत्र के 12 बैंकों को संयुक्त रूप से 39,974 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था।
इस तिमाही में सर्वाधिक मुनाफा 19,160 करोड़ रुपए या 43 प्रतिशत का योगदान भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने दिया है।
इसके अलावा, कई छोटे सरकारी बैंकों ने भी शानदार प्रदर्शन किया है। वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में इंडियन ओवरसीज बैंक का मुनाफा 76 प्रतिशत की बढ़त के साथ 1,111 करोड़ रुपए हो गया है। वहीं, पंजाब एंड सिंध बैंक का मुनाफा 48 प्रतिशत बढ़कर 269 करोड़ रुपए हो गया है।
अन्य सरकारी बैंकों में बैंक ऑफ महाराष्ट्र का मुनाफा 23.2 प्रतिशत बढ़कर 1,593 करोड़ रुपए, इंडियन बैंक का मुनाफा 23.7 प्रतिशत बढ़कर 2,973 करोड़ रुपए और सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया का मुनाफा 32.8 प्रतिशत बढ़कर 1,169 करोड़ रुपए हो गया है।
हालांकि, पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) एकमात्र ऐसा सरकारी बैंक था, जिसका मुनाफा सालाना आधार पर 48 प्रतिशत घटकर 1,675 करोड़ रुपए रह गया है, जो कि पिछले वर्ष समान अवधि में 3,252 करोड़ रुपए था।
सरकारी बैंकों का मुनाफा सालाना आधार पर बढ़ना, पीएसबी की मजबूती और विकास की निरंतर प्रगति को दर्शाता है।
बैंकों के मुनाफे में यह तेज वृद्धि अर्थव्यवस्था की सकारात्मक गति के कारण है। वित्त वर्ष 2025-26 में भारत की जीडीपी की विकास दर 6.5 प्रतिशत रहने की संभावना है। वहीं, महंगाई 3.1 प्रतिशत रह सकती है।