क्या इंडियन ओवरसीज बैंक का मुनाफा वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में 76 प्रतिशत बढ़ा?

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क्या इंडियन ओवरसीज बैंक का मुनाफा वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में 76 प्रतिशत बढ़ा?

सारांश

इंडियन ओवरसीज बैंक ने वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में मुनाफे में अभूतपूर्व वृद्धि दर्ज की है। जानिए इस बढ़ोतरी के पीछे क्या कारण हैं और बैंक की आर्थिक स्थिति कैसे सुधरी है।

Key Takeaways

  • इंडियन ओवरसीज बैंक का मुनाफा 75.6 प्रतिशत बढ़ा है।
  • बैंक की कुल आय 17 प्रतिशत बढ़कर 8,866.47 करोड़ रुपए हो गई है।
  • सकल ग्रॉस नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स 1.97 प्रतिशत पर आ गई हैं, जो पहले अधिक थी।

मुंबई, 18 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। सरकारी क्षेत्र के इंडियन ओवरसीज बैंक (आईओबी) ने शुक्रवार को वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही के नतीजे पेश किए हैं। बैंक का मुनाफा अप्रैल-जून तिमाही में सालाना आधार पर 75.6 प्रतिशत बढ़कर 1,111.04 करोड़ रुपए हो गया है।

वित्त वर्ष 25 की जून तिमाही में बैंक ने 632.81 करोड़ रुपए का मुनाफा दर्ज किया था।

बैंक की ओर से स्टॉक एक्सचेंज को भेजी गई फाइलिंग में बताया गया है कि वित्त वर्ष 26 की जून तिमाही में बैंक की आय 17 प्रतिशत बढ़कर 8,866.47 करोड़ रुपए हो गई है। इसमें 1,480.92 करोड़ रुपए की अन्य आय भी शामिल है।

बैंक की कुल ब्याज आय (एनआईआई) 13 प्रतिशत बढ़कर 2,747 करोड़ रुपए हो गई है, जो कि एक साल पहले 2,441 करोड़ रुपए थी।

वित्त वर्ष 26 की जून तिमाही में प्रोविजन और कंटीन्जेंसीज से पहले ऑपरेटिंग मुनाफा 2,357.95 करोड़ रुपए था, जो कि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के आंकड़े 1,675.86 करोड़ रुपए से 41 प्रतिशत अधिक है।

वहीं, चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में बैंक का प्रोविजन और कंटीन्जेंसीज कम होकर 844.05 करोड़ रुपए पर आ गया है, जो कि पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 937.87 करोड़ रुपए था।

बैंक की एसेट्स क्वालिटी में भी सुधार देखने को मिला है। सकल ग्रॉस नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स (एनपीए) मार्च तिमाही के 2.14 प्रतिशत से घटकर 1.97 प्रतिशत हो गई हैं, जबकि शुद्ध एनपीए इसी अवधि के 0.37 प्रतिशत से बढ़कर 0.32 प्रतिशत हो गया है।

जून तिमाही में बैंक के प्रोविजन भी क्रमिक रूप से कम रहे, जो जून के अंत में घटकर 844 करोड़ रुपए रह गए, जबकि मार्च में यह 1,063 करोड़ रुपए था। प्रोविजन में इस गिरावट से बैंक के लाभ में भी वृद्धि हुई है।

तिमाही परिणामों की घोषणा के बाद, इंडियन ओवरसीज बैंक के शेयर इंट्रा-डे कारोबार के दौरान 0.8 प्रतिशत बढ़कर 40.17 रुपए पर पहुंच गए। पिछले एक महीने में शेयर में लगभग 7 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

हालांकि, पिछले छह महीनों में शेयरों में 12.57 रुपए या 23.9 प्रतिशत की गिरावट आई है। इस वर्ष की शुरुआत से अब तक शेयर की कीमत 11.90 रुपए या 22.94 प्रतिशत कम हुई है।

Point of View

बल्कि भारतीय बैंकिंग क्षेत्र के लिए भी एक सकारात्मक संकेत है। यह दर्शाता है कि सरकारी बैंकों में भी सुधार संभव है और वे प्रतिस्पर्धा में बने रहने की क्षमता रखते हैं।
NationPress
18/07/2025

Frequently Asked Questions

इंडियन ओवरसीज बैंक का मुनाफा कितने प्रतिशत बढ़ा?
इंडियन ओवरसीज बैंक का मुनाफा वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में 75.6 प्रतिशत बढ़ा है।
बैंक की कुल आय कितनी बढ़ी?
बैंक की कुल आय 17 प्रतिशत बढ़कर 8,866.47 करोड़ रुपए हो गई है।
बैंक की एसेट्स क्वालिटी में क्या सुधार हुआ है?
बैंक की सकल ग्रॉस नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स 1.97 प्रतिशत पर आ गई हैं, जो पहले 2.14 प्रतिशत थी।