क्या बाढ़ में सेना ने 21 हजार लोगों को बचाया, 29 पुल बनाए और 10 हजार लोगों को उपचार दिया?

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क्या बाढ़ में सेना ने 21 हजार लोगों को बचाया, 29 पुल बनाए और 10 हजार लोगों को उपचार दिया?

सारांश

इस वर्ष बाढ़ की तबाही के बीच भारतीय सेना ने अद्वितीय साहस का परिचय दिया है। 21 हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित निकालने के साथ ही, सेना ने 29 पुलों का निर्माण और 10 हजार लोगों को चिकित्सा सहायता प्रदान की है। जानिए कैसे सेना ने संकट में मदद की है।

Key Takeaways

  • भारतीय सेना ने 21,500 से अधिक लोगों को बाढ़ से सुरक्षित निकाला।
  • सेना ने 29 पुलों का निर्माण किया।
  • लगभग 10,000 लोगों को चिकित्सा सहायता प्रदान की गई।
  • सेना ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री वितरित की।
  • सेना की तत्परता ने 'सेवा परमो धर्म' के सिद्धांत को साकार किया।

नई दिल्ली, 8 सितंबर (राष्ट्र प्रेस) इस वर्ष देश के कई क्षेत्रों में भयंकर बाढ़ का सामना किया जा रहा है। इस संकट के समय में, भारतीय सेना ने आपदा में फंसे नागरिकों की मदद के लिए साहसिक कदम उठाए हैं। भारतीय सेना ने 21,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित रूप से निकाला है। इसके साथ ही, विभिन्न बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में हजारों लोगों को चिकित्सा सहायता भी प्रदान की जा रही है। सैकड़ों घंटे की हेलीकॉप्टर उड़ानों द्वारा राहत सामग्री बाढ़ पीड़ितों तक पहुंचाई गई है। सैन्य सूत्रों के अनुसार, अकेले पंजाब में लगभग 10,000 लोगों को सफलतापूर्वक बचाया गया है।

बता दें कि इस वर्ष पंजाब में बाढ़ की स्थिति अत्यंत गंभीर है, और राज्य के कई जिले बाढ़ के पानी में डूबे हुए हैं। सेना ने अपने अभियान के दौरान 'सेवा परमो धर्म' के सिद्धांत का पालन किया है। सुरक्षा बलों की 500 कर्मियों की एक टीम को भी सुरक्षित निकाला गया है। भारतीय सेना ने कुल 126 रेस्क्यू कॉलम्स को राहत कार्यों में तैनात किया है, जिसके माध्यम से 21,500 से अधिक नागरिकों को सुरक्षित निकाला गया है। ये अभियान हिमाचल, जम्मू कश्मीर, पंजाब, महाराष्ट्र सहित अन्य क्षेत्रों में चल रहे हैं।

इस संकट के दौरान, सेना बाढ़ से प्रभावित व्यक्तियों को उचित चिकित्सा सहायता भी प्रदान कर रही है। जिन क्षेत्रों से बाढ़ का पानी घट चुका है या जिन लोगों को सुरक्षित निकाला गया है, उन्हें भी चिकित्सा सुविधाओं की आवश्यकता होती है। सेना ने अब तक लगभग 9,700 लोगों को चिकित्सा सहायता दी है। साथ ही, बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 23,500 किलोग्राम से अधिक राहत सामग्री वितरित की गई है, जिसमें आवश्यक दवाएं, खाद्य सामग्री, पीने का पानी, बिस्तर और कपड़े शामिल हैं।

इस कठिन समय में, सेना ने एक बार फिर साबित किया है कि आपदा के समय में उसकी प्राथमिकता नागरिकों की सुरक्षा और सेवा है। सेना ने अप्रैल 2025 से अब तक 75 से अधिक स्थानों पर राहत एवं बचाव कार्यों में जुटी हुई है। बाढ़ के कारण जिन क्षेत्रों में संपर्क टूट गया है, वहां भी सेना ने 29 पुलों का निर्माण किया है। इनमें से एक पुल की लंबाई 110 फीट है।

ये पुल बाढ़, बारिश, भूस्खलन आदि के कारण क्षतिग्रस्त हो गए थे, जिससे कई महत्वपूर्ण स्थानों की आवाजाही प्रभावित हो गई थी। सेना की सहायता से इन पुलों का निर्माण कर इन क्षेत्रों में आवाजाही को पुनः सुनिश्चित किया गया है। सेना के हेलिकॉप्टरों ने 500 से अधिक घंटे उड़ान भरकर राहत कार्यों को अंजाम दिया है, जो सैनिकों की तत्परता और समर्पण का स्पष्ट उदाहरण है। पंजाब में सेना का बड़ा अभियान अभी भी जारी है।

पंजाब में भारी वर्षा के कारण व्यापक स्तर पर बाढ़ आई। यहाँ सेना के 48 रेस्क्यू कॉलम्स सक्रिय किए गए हैं, जिन्होंने लगभग 10,000 नागरिकों को सुरक्षित निकाला है। बाढ़ के कारण अस्वस्थ हुए 4,700 लोगों को चिकित्सा सहायता दी गई है। इसके अलावा, हेलिकॉप्टर द्वारा 12,500 किलोग्राम से अधिक आवश्यक सामग्री वितरित की गई है। सेना के अनुसार, पंजाब में हेलिकॉप्टरों ने 250 घंटे से अधिक उड़ान भरकर फंसे ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। उन क्षेत्रों में भी राहत सामग्री भेजी गई है जहाँ जमीनी मार्ग से जाना संभव नहीं था।

इसके साथ ही, सेना ने लस्सियन, कसोवाल और दर्या मंसूर में तैनात लगभग 500 सुरक्षा बल कर्मियों (बीएसएफ सहित) को भी सुरक्षित निकाला। भारतीय सेना ने एक बार फिर अपने मूलमंत्र “सेवा परमो धर्म” को साकार किया है।

गौरतलब है कि जब-जब आपदा आती है, सेना की हरी वर्दी सबसे पहले मोर्चे पर खड़ी होती है और सबसे अंत में वहां से लौटती है।

Point of View

सबसे पहले मोर्चे पर खड़े होते हैं।
NationPress
09/09/2025

Frequently Asked Questions

भारतीय सेना ने कितने लोगों को बाढ़ से बचाया?
भारतीय सेना ने 21,500 से अधिक लोगों को बाढ़ से सुरक्षित निकाला है।
सेना ने कितने पुल बनाए हैं?
सेना ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 29 पुलों का निर्माण किया है।
क्या सेना ने बाढ़ पीड़ितों को चिकित्सा सहायता प्रदान की है?
हाँ, सेना ने लगभग 10,000 लोगों को चिकित्सा सहायता प्रदान की है।
सेना ने कितने रेस्क्यू कॉलम्स का उपयोग किया?
भारतीय सेना ने 126 रेस्क्यू कॉलम्स का उपयोग किया है।
पंजाब में सेना का अभियान कब तक जारी है?
पंजाब में सेना का अभियान अभी भी जारी है।