क्या अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने ईरान के परमाणु संयंत्र के नष्ट नहीं होने संबंधी रिपोर्ट का खंडन किया?

सारांश
Key Takeaways
- डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के परमाणु संयंत्र को नष्ट करने का दावा किया।
- रिपोर्ट्स को फर्जी खबर बताया गया।
- सीएनएन और न्यूयॉर्क टाइम्स पर आलोचना की गई।
- स्टीव विटकॉफ ने इसे देशद्रोह
- भविष्य में सुरक्षा को खतरा बताया गया।
वाशिंगटन, 25 जून (राष्ट्र प्रेस)। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के परमाणु संयंत्र के नष्ट नहीं होने संबंधी रिपोर्ट्स को खारिज कर दिया है। इन रिपोर्ट्स में यह दावा किया गया था कि ईरान पर हाल ही में किए गए अमेरिकी हमले तेहरान के परमाणु कार्यक्रम को नष्ट करने में विफल रहे। राष्ट्रपति ट्रंप ने इसे "फर्जी खबर" बताया है और जोर देकर कहा कि न्यूक्लियर साइट्स "पूरी तरह से नष्ट हो गई हैं।"
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को 'ट्रुथ सोशल' पर लिखा, "फर्जी खबर, सीएनएन ने न्यूयॉर्क टाइम्स के साथ मिलकर इतिहास के सबसे सफल सैन्य हमलों में से एक को नीचा दिखाने की कोशिश की है। ईरान में परमाणु स्थल पूरी तरह से नष्ट हो गए हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स और सीएनएन दोनों को कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है।"
असल में, दो अमेरिकी मीडिया आउटलेट्स सीएनएन और न्यूयॉर्क टाइम्स ने अमेरिकी रक्षा खुफिया एजेंसी की एक तथाकथित रिपोर्ट का हवाला देकर यह खबर प्रकाशित की थी। इसमें बताया गया कि ईरान की परमाणु साइट्स पर हमलों से परमाणु कार्यक्रम में सिर्फ कुछ महीनों की देरी हुई है, जबकि हमलों से पहले ईरान के समृद्ध यूरेनियम के अधिकांश भंडार को हटा दिया गया था।
फॉक्स न्यूज से बातचीत में अमेरिका के मध्य पूर्व के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ ने रिपोर्ट लीक होने को "देशद्रोह" करार देते हुए कहा कि इसकी जांच होनी चाहिए।
स्टीव विटकॉफ ने कहा, "ऐसी संवेदनशील जानकारी का लीक होना, चाहे वो किसी भी पक्ष के लिए क्यों न हो, बेहद निंदनीय और देश के लिए खतरनाक है। ये देशद्रोह है, इसलिए इसकी जांच होनी चाहिए। जो भी इसके लिए जिम्मेदार है, उसे जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए। इससे भविष्य में लोगों की जान को खतरा हो सकता है।"
विटकॉफ ने आगे दावा किया, "हमने फोर्डो पर 12 बंकर बस्टर बम गिराए। इसमें कोई शक नहीं कि हमने लक्ष्य को भेदा। ये दावा करना कि हम अपने लक्ष्य में सफल नहीं हुए, बिल्कुल ही हास्यास्पद है।"