क्या चुनाव आयोग की तुलना में गूगल पर नाम खोजना ज्यादा सरल है? : उमंग सिंघार
सारांश
Key Takeaways
- गूगल पर नाम सर्च करना आसान है।
- चुनाव आयोग की वेबसाइट पर खामियां हैं।
- एसआईआर प्रक्रिया में गंभीर समस्याएं हैं।
- कांग्रेस पार्टी प्रशिक्षण पर ध्यान दे रही है।
- चुनाव आयोग की प्रक्रिया धीमी चल रही है।
भोपाल, 12 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के मुद्दे पर चुनाव आयोग पर टिप्पणी की है। उनका कहना है कि गूगल पर नाम सर्च करना चुनाव आयोग की वेबसाइट की तुलना में कहीं अधिक सरल है।
सिंघार ने कहा कि मध्यप्रदेश में चल रहे एसआईआर की प्रक्रिया में वोट चोरी की घटनाएं जारी हैं। गूगल पर अपना नाम टाइप करें और सारी जानकारी तुरंत मिल जाती है, लेकिन चुनाव आयोग ने अपना सर्च इंजन बंद कर रखा है।
उन्हें यह भी आरोप लगाया कि एसआईआर प्रक्रिया के माध्यम से चुनाव आयोग प्रदेश में वोट चोरी कर रहा है। वोटर लिस्ट में कोड बदल दिए गए हैं और एसआईआर द्वारा जारी लिस्ट में फोटो गायब हैं।
प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में एसआईआर प्रक्रिया पर एक बैठक हुई, जिसमें प्रदेश कांग्रेस प्रभारी हरीश चौधरी मौजूद थे।
बैठक में एसआईआर से जुड़ी समस्याओं, तकनीकी मुद्दों और कांग्रेसजनों द्वारा इस प्रक्रिया में जिम्मेदारी से कार्य करने की रणनीति पर चर्चा की गई।
इस अवसर पर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, प्रदेश कांग्रेस के सह-प्रभारी संजय दत्त, समिति के अध्यक्ष सज्जन सिंह वर्मा और समिति के अन्य सदस्य भी उपस्थित रहे।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने एसआईआर को लेकर पार्टी की तैयारियों की चर्चा करते हुए कहा कि बीएलए को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके अलावा, ऑनलाइन भी प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाएगी।
दूसरी ओर, चुनाव आयोग के अधीन चल रही प्रक्रिया काफी धीमी है। पिछले 10 दिनों में बड़े हिस्से में बीएलओ नहीं पहुंचे हैं।